गया: बिहार के गया में एक दिल दहला देने वाला मामला (Gaya Crime News) सामने आया है. दरअसल, जिले के शेरघाटी थाना क्षेत्र के मोरहर नदी किनारे जिंदा दफन एक महिला को ग्रामीणों ने बाहर निकला. होश में आते ही वह महिला चीखने चिल्लाने लगी. ग्रामीणों को कुछ समझ में नहीं आ रहा था कि उसे वहां किसने दफन किया है. जब महिला ने पूरे मामले का खुलासा किया तो सभी के होश उड़ गए. महिला के अनुसार वह ऑटो से अपने दो मासूम बच्चियों के साथ घर वापस लौट रही थी. इसी बीच ऑटो वाले ने चार लोगों के साथ मिलकर उसे बालू में दफन कर दिया. हालांकि, उसे अपने बच्चियों के बारे में कोई जानकरी नहीं थी कि वे दोनों कहां है.
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बालू में दफन महिला को जिंदा निकली: जानकारी के अनुसार शनिवार तो ग्रामीण शेेरघाटी मोरहर (Murder In Gaya) नदी की ओर गए थे. इस क्रम में एक महिला का सिर दिखा. उसका सिर के नीचे का पूरा हिस्सा बालू से दबा हुआ था. इस तरह का दृश्य देखकर ग्रामीणों का माथा ठनका तो मौके पर शोर मचाया, फिर उस स्थान पर काफी संख्या में लोगों की भीड़ जुट गई. मौके से लोगों ने ही महिला को बालू हटाकर निकाला. बेहोश अवस्था में रही उक्त महिला धीरे-धीरे होश में आई तो उसने अपने दोनों बेटियों को खोजना शुरू कर दिया.
नदी में मिला मासूमों का शव: ग्रामीणों की मदद से दोनों बच्चियों की खोजबीन शुरू कर की जाने लगी. लेकिन जब दोनों का बच्चियों का शव नदी से मिला (Murder of Two Girl Child In Gaya) तो महिला चीखने चिल्लाने लगी. इसके बाद घटना की जानकारी शेरघाटी थाना की पुलिस को दी गयी. पुलिस ने पीड़ित महिला को इलाज के लिए अस्पताल भर्ती कराया. वहीं दोनों बच्चियों के शव को पोस्टमार्टम के लिए मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल भेज दिया. मृत बच्चियों की उम्र सिर्फ 1 साल और 2 साल थी. घटना की जानकारी परिजनों को दी गई तो वे लोग भी घटनास्थल पर पहुंच गए.
भाई को राखी बांधने निकली थी महिला: जिंदा हालत में निकाली गई महिला की पहचान बांकेबाजार थाना क्षेत्र के डुमराव गांव की रहने वाली देवंती देवी के रूप में हुई है. इसके परिजनों के अनुसार देवंती देवी अपने पति से झगड़ा कर भाइयों को राखी बांधने के लिए शुक्रवार की संध्या को 4 बजे घर से निकली थी. इसी दौरान इस घटना को बदमाशों ने अंजाम दिया है. पीड़ित महिला के भाई महाबली प्रसाद ने बताया कि वह राखी बांधने के लिए हमारे घर को आ रही थी. इसी क्रम में कुछ लोगों द्वारा जबरन उसे शेरघाटी पुल पर ले जाया गया और वहां से दोनों बच्चियों को पुल से नीचे मोरहर नदी में फेंक दिया गया. वहीं मेरी बहन को बालू के गड्ढे में दफन कर दिया.
मासूमों को पुल से नीचे नदी में फेंका: पीड़ित महिला देवंती देवी का ने कहा कि वह अपने डुमरावां स्थित ससुराल से आमस जाने के लिए निकली थी. भाइयों को राखी बांधने के लिए जा रही थी. इसी क्रम में जब जीटी रोड पर पहुंची तो एक ऑटो चालक ने शेरघाटी पुल तक चलने और फिर तुरंत लौटकर उसके मायके की ओर जाने की बात कही. यह बात कहते झांसे में लेकर ऑटो चालक शेरघाटी पुल की ओर ले कर चला गया. इस बीच वहां पर चार युवक और आ गए. उन्होंने मेरी दोनों बच्चियों को शेरघाटी पुल से मोरहर नदी में फेंक दिया और मेरा मुंह दबा दिया. इसके बाद उसे कोई होश नहीं रहा. ग्रामीणों ने मुझे गड्ढे से बाहर निकला तब होश आया.
पुलिस को पीड़िता के बयान पर संदेह: शेरघाटी थानाध्यक्ष राजकिशोर प्रसाद ने बताया कि दो बच्चियों के शव नदी से बरामद किए गए हैं. वही महिला जिंदा हालत में मिली है. मामला संदेहास्पद है, यह स्पष्ट है कि दोनों बच्चियों की हत्या की गई है. किंतु जिस तरह का घटनाक्रम बताया जा रहा है, उससे मामला संदिग्ध लग रहा है. पुलिस पीड़ित महिला से भी पूछताछ की जाएगी. थानाध्यक्ष ने बताया कि महिला का कहना है कि उसे चार-पांच लोगों ने मिलकर ऑटो पर ही मुंह दबा दिया था और उसकी दोनों बच्चियों को पुल के नीचे फेंक दिया था.
"दो बच्चियों की हत्या हुई है लेकिन पीड़ित महिला का बयान संदेहास्पद लग रहा है. महिला से पुलिस पूछताछ करेगी. फिलहाल महिला को इलाज के लिए अस्पताल भर्ती कराया गया है. बच्चियों के शव को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेज दिया गया है. मामले की जांच चल रही है. हर एगंल से तहकीकात किया जाएगा, इसके बाद ही पूरा मामला स्पष्ट हो पाएगा" -राज किशोर प्रसाद, थानाध्यक्ष शेरघाटी.
"मैं अपने भाई को राखी बांधने अपने मायके जा रही थी. ऑटो चालक ने मुझे झांसे में ले लिया. इसके बाद चार युवक आए और शेरघाटी पुल से नीचे दोनों बच्चियों को फेंक दिया. इसके बाद मेरा मुंह दबा लिया. मुझे इसके बाद होश नहीं था कि क्या हुआ" -देवंती देवी, पीड़ित महिला