गया: साल 2019 में बिहार ने कई उपलब्धियां हासिल की. जिले के युवा साहित्यकार मुकेश कुमार सिन्हा को उनकी लेखनी के लिए इस साल साहित्य शताब्दी सम्मान से सम्मानित किया गया. मुकेश कुमार की इस उपलब्धि से गया ही नहीं बल्कि पूरा बिहार गौरवान्नवित है. युवा कवि सह युवा साहित्यकार मुकेश कुमार की पहली रचना 'तेरा मजहब क्या है चांद' के लिए नवाजा गया है.
बता दें कि इनकी पहली पुस्तक 'तेरा मजहब क्या है चांद' 70 कविताओं का संकलन है. जिसे लोगों ने काफी पंसद किया है. वे बताते हैं कि ये किताब एक संदेश परक किताब है, जो जीवन के हर पहलू को छू जाती है. लोग इसे पढ़ेंगे तो अवश्य ही पसंद करेंगे.
'बचपन से ही रही साहित्य में रूचि'
मुकेश कुमार बताते हैं कि वे विज्ञान के छात्र हैं. लेकिन, बचपन से ही उन्हें साहित्य में काफी रूचि थी. उनके कमरे में सैकड़ों साहित्य की किताबें मौजूद हैं. मुकेश बताते हैं कि उनके घरवाले उन्हें काफी प्रोत्साहित करते हैं. इतना ही नहीं बल्कि उनके ऑफिस में भी लोग उन्हें काफी सराहते हैं. मौजूदा समय में मुकेश जिला भविष्य निधि कार्यालय में काम करते हैं.
आगे भी साहित्य जगत में देंगे योगदान
आने वाले साल की योजनाओं के बारे में पूछने पर मुकेश कुमार ने बताया कि इन दिनों मुकेश समीक्षा विधा पर काम कर रहे हैं. साल 2020 में वे साहित्य जगत के लिए और भी कई योगदान देंगे. उनकी योजना है कि वे समीक्षा विधा पर दो पुस्तक और काव्य संग्रह का एक पुस्तक आगामी साल में लिखें.