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MOCK DRILL: विश्व धरोहर महाबोधि मंदिर में हुआ आतंकी हमला, चंद घंटो में कराया गया मुक्त

विश्व धरोहर महाबोधि मंदिर में मॉक ड्रिल किया गया. इस अभियान में स्थानीय पुलिस, बीएमपी और एटीएस की टीम ने आंतकियों के चुंगल से महाबोधि मंदिर को मुक्त करा लिया गया. समय-समय पर महाबोधि मंदिर की सुरक्षा को लेकर मॉक ड्रिल किया जाता है. बता दें कि महाबोधि मंदिर कई बार आंतकी हमला हो चुके हैं.

मॉक ड्रिल
मॉक ड्रिल
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Published : Apr 7, 2021, 3:54 PM IST

गया: विश्व धरोहर महाबोध मंदिर में मंगलवार की रात आतंकियों ने हमला कर दिया. आतंकी हमले की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस, बीएमपी और एटीएस की टीम ने मोर्चा संभाल लिया. वहीं, चंद घंटों में आतंकियो को अपने कब्जे में ले लिया. हालांकि, यह पूरी घटना महाबोधि मंदिर के सुरक्षा के लिए मॉक ड्रिल अभियान का हिस्सा थी.

गत मंगलवार रात अचानक पुलिस महकमे को सूचना मिली कि महाबोधि मंदिर में आतंकी हमला हुआ है. सूचना मिलते ही महाबोधि मंदिर में सुरक्षाबल, बिहार पुलिस के जवान और एटीएस ने मोर्चा संभाला लिया. इस बीच वरीय अधिकारी श्रद्धालुओं को सही सलामत निकालने की रणनीतित बना रहे थे.

जवानों को पता नहीं था कि यह मॉक ड्रिल है
वहीं, जवान आतंकवादियों से दो-दो हाथ करने के लिए मोर्चा ले रहे थे. कुछ क्षणों में एटीएस टीम ने मंदिर की घेराबंदी कर अंदर जाने का प्रयास किया और आतंकियों को अपने कब्जे में ले लिया.

इस अभियान में शामिल कई जवानों को पता नहीं था मॉक ड्रिल हो रहा, वो बिल्कुल अनजान थे और आतंकियों से लोहा लेने के लिए तैयार थे.

gaya
महाबोधि मंदिर में मॉक ड्रिल अभियान.

पढ़ें: चित्रकार अनिल कुमार ने 450 मीटर की पेंटिंग में अंग की धरोहर को दर्शाया, बिना ब्रश से बनाई पेंटिंग

जानकारी के अनुसार, एटीएस की टीम महाबोधि मंदिर के निकट पहुंच गयी. ऑपरेशन महाबोधि शुरू करने के पहले सफलता के लिए पुलिस और एटीएस के अधिकारियों ने जवानों को महाबोधि मंदिर से कुछ दूरी पर अवस्थित बांग्लादेश बौद्ध मंदिर में रणनीति बनायी.

आंतकी की गतिविधियों को जाना
एटीएस ने जानकारी पुख्ता करने के बाद कि मंदिर में कितने आतंकी छुपे हुए हैं और इनका किस-किस एरिया में मूवमेंट में है. आतंकियों की क्या डिमांड है और वे किस तरह के हथियारों और विस्फोटकों से लैस हैं. इसकी जानकारी लेने के बाद आतंकियों से संपर्क का प्रयास करते हुए एटीएस के जवानों ने महाबोधि मंदिर को चारों ओर से घेर लिया.

इशके बाद वे मंदिर परिसर में प्रवेश कर गए. एटीएस की टीम के आगे आतंकी ज्यादा देर नहीं टिक सके. एक-एक कर सभी आतंकियों ने सुरक्षाबलों के सामने घुटने टेक दिये. इसके बाद सभी आतंकियों की मुकम्मल जांच की गई.

पढ़ें: गया में 11 पंचायत का अस्तित्व हुआ समाप्त, मुखिया ने खटखटाया पटना हाईकोर्ट का दरवाजा

मॉक ड्रिल अभियान रहा सफल
साथ ही आतंकियों द्वारा बताए गए जगहों से विस्फोटों को बरामद किया गया. लगभग 2 घंटे तक ऑपरेशन चला. रात में ही महाबोधि मंदिर को आतंकियों से मुक्त करा लिया गया.

गौरतलब है कि महाबोधि मंदिर में कई बार आतंकी हमला हो चुका है. गया क्षेत्र से दर्जनों आतंकियों की गिरफ्तारी हुई है. इसलिए समय- समय पर महाबोधि मंदिर के सुरक्षा को लेकर एहतियात कदम उठाए जाते हैं और मॉक ड्रिल भी किया जाता है.

गया: विश्व धरोहर महाबोध मंदिर में मंगलवार की रात आतंकियों ने हमला कर दिया. आतंकी हमले की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस, बीएमपी और एटीएस की टीम ने मोर्चा संभाल लिया. वहीं, चंद घंटों में आतंकियो को अपने कब्जे में ले लिया. हालांकि, यह पूरी घटना महाबोधि मंदिर के सुरक्षा के लिए मॉक ड्रिल अभियान का हिस्सा थी.

गत मंगलवार रात अचानक पुलिस महकमे को सूचना मिली कि महाबोधि मंदिर में आतंकी हमला हुआ है. सूचना मिलते ही महाबोधि मंदिर में सुरक्षाबल, बिहार पुलिस के जवान और एटीएस ने मोर्चा संभाला लिया. इस बीच वरीय अधिकारी श्रद्धालुओं को सही सलामत निकालने की रणनीतित बना रहे थे.

जवानों को पता नहीं था कि यह मॉक ड्रिल है
वहीं, जवान आतंकवादियों से दो-दो हाथ करने के लिए मोर्चा ले रहे थे. कुछ क्षणों में एटीएस टीम ने मंदिर की घेराबंदी कर अंदर जाने का प्रयास किया और आतंकियों को अपने कब्जे में ले लिया.

इस अभियान में शामिल कई जवानों को पता नहीं था मॉक ड्रिल हो रहा, वो बिल्कुल अनजान थे और आतंकियों से लोहा लेने के लिए तैयार थे.

gaya
महाबोधि मंदिर में मॉक ड्रिल अभियान.

पढ़ें: चित्रकार अनिल कुमार ने 450 मीटर की पेंटिंग में अंग की धरोहर को दर्शाया, बिना ब्रश से बनाई पेंटिंग

जानकारी के अनुसार, एटीएस की टीम महाबोधि मंदिर के निकट पहुंच गयी. ऑपरेशन महाबोधि शुरू करने के पहले सफलता के लिए पुलिस और एटीएस के अधिकारियों ने जवानों को महाबोधि मंदिर से कुछ दूरी पर अवस्थित बांग्लादेश बौद्ध मंदिर में रणनीति बनायी.

आंतकी की गतिविधियों को जाना
एटीएस ने जानकारी पुख्ता करने के बाद कि मंदिर में कितने आतंकी छुपे हुए हैं और इनका किस-किस एरिया में मूवमेंट में है. आतंकियों की क्या डिमांड है और वे किस तरह के हथियारों और विस्फोटकों से लैस हैं. इसकी जानकारी लेने के बाद आतंकियों से संपर्क का प्रयास करते हुए एटीएस के जवानों ने महाबोधि मंदिर को चारों ओर से घेर लिया.

इशके बाद वे मंदिर परिसर में प्रवेश कर गए. एटीएस की टीम के आगे आतंकी ज्यादा देर नहीं टिक सके. एक-एक कर सभी आतंकियों ने सुरक्षाबलों के सामने घुटने टेक दिये. इसके बाद सभी आतंकियों की मुकम्मल जांच की गई.

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मॉक ड्रिल अभियान रहा सफल
साथ ही आतंकियों द्वारा बताए गए जगहों से विस्फोटों को बरामद किया गया. लगभग 2 घंटे तक ऑपरेशन चला. रात में ही महाबोधि मंदिर को आतंकियों से मुक्त करा लिया गया.

गौरतलब है कि महाबोधि मंदिर में कई बार आतंकी हमला हो चुका है. गया क्षेत्र से दर्जनों आतंकियों की गिरफ्तारी हुई है. इसलिए समय- समय पर महाबोधि मंदिर के सुरक्षा को लेकर एहतियात कदम उठाए जाते हैं और मॉक ड्रिल भी किया जाता है.

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