गया: कुछ दिन पूर्व कोरोना काल में अपने क्षेत्र से नदारद रहने पर आम लोगों ने सांसद और नगर विधायक का लापता होने का पोस्टर लगा दिया था. लापता पोस्टर लगने के बाद गया सांसद और नगर विधायक सक्रिय हो गए है. दोनों जनप्रतिनिधियों ने आपदा विभाग के माध्यम से संचालित सामुदायिक किचन का निरीक्षण किया.
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सामुदायिक किचन का निरीक्षण
याचिका समिति के सभापति सह गया शहर विधायक प्रेम कुमार और गया सांसद विजय कुमार मांझी के माध्यम से कोरोना काल में बिहार सरकार के माध्यम से आपदा विभाग के द्वारा संचालित सामुदायिक किचन का निरीक्षण किया गया. इस दौरान संस्कृत विद्यालय डेल्हा, जिला स्कूल और अशोक अतिथि निवास विष्णुपद में निरीक्षण किया गया. जहां भोजनालय में असहाय, लाचार, रिक्शा और ठेला चालक और मजदूर सहित आसपास के स्लम एरिया के लोग सभी सामुदायिक किचन में भोजन कर रहे थे.
प्रतिदिन 500 लोग कर रहे भोजन
दोनों जनप्रतिनिधियों ने भोजन कर रहे लोगों से भोजन की गुणवत्ता को जाना. भोजन कर रहे लोगों ने बताया कि भोजन स्वच्छ और समय से मिलता है. सामुदायिक किचन प्रभारी ने बतया कि लगभग सभी सेंटर पर 500 की संख्या में लोग भोजन कर रहे हैं. तीनों भोजनालय के निरिक्षण के बाद दोनों संयुक्त रूप से मीडिया में अपना बयान जारी किया.
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गरीबी क्षेत्र में सामुदायिक किचन की कराई जाए व्यवस्था
जनप्रतिनिधियों ने कहा कि बिहार सरकार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कोरोना काल में सभी तरह का व्यवसाय सहित आवागमन पर रोक रहने के चलते रोजमर्रा कामगार असहाय और लाचार लोगों के लिये सुलभ भोजन का व्यवस्था किया है. यह बहुत ही सराहनीय कदम है. प्रेम कुमार ने कहा कि वे जिला पदाधिकारी से मांग किए हैं कि गया शहर के उत्तरी क्षेत्र में ज्यादा संख्या में गरीबी रेखा के साथ-साथ कुष्ठ रोगी का आवास है. उसे देखते हुए अविलम्ब सामुदायिक किचन की व्यवस्था की जाए. जिससे उपरोक्त स्थान के लोगों को भी इसका लाभ मिल सके.