गया (इमामगंज): डुमरिया थाना क्षेत्र के कोल्हुवार मोड़ के पास मंडावर बाजार में देर रात प्रतिबंधित भाकपा-माओवादी की ओर से हस्तलिखित परिचय शिकायत चिपकाने का मामला प्रकाश में आया है. पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, कोल्हुवार मोड़ के पास पर्चा देखा गया.
क्षेत्र में दहशत का माहौल
नक्सली के पर्चा गिराए जाने से एक बार फिर से क्षेत्र में दहशत का माहौल कायम हो गया है. हस्त लिखित पर्चा में माओवादियों ने 20वीं वर्षगांठ मनाने की बात कही है. एक सप्ताह तक जनमुक्ति छापामारी, सेना पीएलजीए जनता की सेना है, आदि बात लिखी गई है. छापामार युद्ध को चलायमान युद्ध में बदल ले और पीएलजीए को आधार क्षेत्र से आगे बढ़ाने की बात लिखी गई है.
पर्चा गिराए जाने का खंडन
नक्सली संगठन के द्वारा डुमरिया थाना क्षेत्र में लगातार घटना का अंजाम देने से साबित होता है कि इस क्षेत्र में नक्सली पुनः सक्रिय हो चुके हैं. इस मामले में डुमरिया थाना अध्यक्ष विमल कुमार ने नक्सली पर्चा गिराए जाने की बात का खंडन किया है. उन्होंने कहा कि थाना क्षेत्र में कहीं भी नक्सलियों के पर्चा गिराए जाने की हमें जानकारी नहीं है.
सामुदायिक भवन को उड़ाया
डुमरिया थाना क्षेत्र में लगातार नक्सलियों के पर्चा गिराए जाने और कई घटनाओं को अंजाम देने से क्षेत्र में दहशत का माहौल व्याप्त है. बता दें नक्सलियों की टीम ने 15 नवंबर की रात में डुमरिया थाना क्षेत्र के बोधि बिघा में 20 लाख की लागत से बनाए गये नए सामुदायिक भवन को डायनामाइट लगाकर उड़ा दिया था.
परिणाम भुगतने की धमकी
इस सामुदायिक भवन का निर्माण पूर्व सीएम सह इमामगंज के विधायक जीतनराम मांझी ने किया था. इस दौरान नक्सलियों की ओर से एक पर्चा भी छोड़ा गया था. जिसमें जदयू के प्रदेश उपाध्यक्ष और पूर्व एमएलसी अनुज कुमार सिंह पर करोड़ों रुपये बकाया होने का आरोप लगाते हुए उन्हे गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी गई थी.
हालांकि सुरक्षाबल नक्सलियों की हर गतिविधि पर 24 घंटे नजर रख रहे हैं. नक्सलियों की हर साजिश को नाकाम करने और पकड़ने के लिए छापेमारी की जा रही है.