गया: जिले में मेयर गणेश पासवान, डिप्टी मेयर मोहन श्रीवास्तव, नगर आयुक्त सावन कुमार सहित कई अधिकारियों ने शहर के विभिन्न जलापूर्ति केंद्रों का निरीक्षण किया गया. इस दौरान कई जलापूर्ति केंद्र बंद पाए गए. शहर के पंचायती अखाड़ा मोहल्ला स्थित 5 जलापूर्ति केंद्रों में से 4 जलापूर्ति केंद्र बंद पाए गए, जबकि मात्र एक जलापूर्ति केंद्र ही चालू स्थिति में पाया गया. इसके बाद पूछने के क्रम में यह पाया गया कि छोटी-मोटी खराबी के कारण ही उक्त जलापूर्ति केंद्र 2 वर्षों से बंद पड़े है.
वहीं, अधिकारियों ने शहर के कॉटन मिल, खरखुरा, डेल्हा बागेश्वरी मोहल्ला सहित अन्य जलापूर्ति केंद्र का भी निरीक्षण किया गया. जहां कई जलापूर्ति केंद्र बंद पाया गया. इस दौरान मेयर व डिप्टी मेयर ने संबंधित ठेकेदार, अधिकारियों व अभियंता को जमकर फटकार लगाई. इस दौरान कारण पूछने पर ठेकेदार और संबंधित अभियंता एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाते नजर आए.
जलापूर्ति केंद्रों को चालू करने का निर्देश
इस संबंध में डिप्टी मेयर मोहन श्रीवास्तव ने कहा कि विगत कई दिनों से सैनिटाइजेशन अभियान के दौरान लोगों द्वारा यह शिकायत की जा रही थी कि पेयजल की विकट समस्या बनी हुई है. साथ ही सड़कों की भी बदतर स्थिति के बारे में शिकायत मिल रही थी. इसके बाद निरीक्षण किया गया है. इस दौरान शहर के कई जगहों पर जलापूर्ति केंद्र बंद पाया गया. मेयर मोहन श्रीवास्तव ने कहा कि संबंधित कंपनी को 1 सप्ताह के अंदर बंद पड़े जलापूर्ति केंद्रों को चालू करने का निर्देश दिया गया है.