गया: जिला मुख्यालय से बाहर एनएच 2 पीपरघटी गांव के पास वन विभाग ने जैव विविधता पार्क का निर्माण किया गया है. इस पार्क का उद्घाटन पांच सितंबर 2016 को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और तत्कालीन वन मंत्री तेजप्रताप यादव ने किया था. लेकिन 58 एकड़ में फैले इस पार्क में सुविधाओं का घोर अभाव है.
विश्व स्तर के पर्यटन मानचित्र पर गया शहर का अपना अलग स्थान है. जिले में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाओं को जमीन पर उतारा गया है. ह्रदय योजना और प्रसाद योजना ने शहर की सुंदरता में चार चांद लगाया है. वहीं वन विभाग की तरफ से जैव विविधता पार्क का निर्माण तो कराया गया पर सुविधाएं नहीं दी गई. पार्क को बड़े तामझाम से उद्घाटन किया गया था. तत्कालीन सरकार ने वादा किया था लेकिन जमीनी हकीकत यह है कि आनेवाले पर्यटकों में निराशा का भाव है.
सुरक्षा के पर्याप्त सुविधा नहीं
स्थानीय निवासी संतोष कुमार ने बताया कि इस पार्क में देखने और घूमने के लिए कुछ नहीं है. इतनी बड़े क्षेत्र में पार्क बनाया गया लेकिन शौचालय सिर्फ एक है. पूरे पार्क में घेराबंदी तक नहीं की गई है. अन्य राज्यों से आनेवाले पर्यटक पार्क के अंदर आने पर खुद को असुरक्षित महसूस करते हैं. वहीं पार्क के अंदर सीसीटीवी कैमरा तक नहीं है.
नहीं मिल रही सुविधा
पर्यटक सुबोध सिन्हा ने बताया वो मेगरा से घूमने आये हैं. लेकिन पार्क के अंदर आकर्षक कोई भी स्थान या वस्तु नहीं है. मानों, बच्चों के लिए एक छोटा पार्क बनाया गया है. इतने बड़े क्षेत्र में फैले पार्क में आकर्षण का वस्तु रखना चाहिए. यहां कई जानवर भी रखे जा सकते हैं. राजधानी पटना और दूसरे सटे पड़ोसी राज्य के पार्क की तुलना में इस पार्क में सुविधा नगण्य है.
पार्किंग की व्यवस्था नदारद
वहीं, एक अन्य पर्यटक ने बताया कि यहां पार्किंग की कोई व्यवस्था नहीं है. लोगों को हमेशा डर लगा रहता है कि कहीं गाड़ी चोरी न हो जाए. दूसरी तरफ सरकार के तरफ से यहां आने के लिए कोई व्यवस्था नहीं किया गया है. ना ही इस पार्क के बारे में प्रचार प्रसार किया गया. एक तरफ सुविधाओं का घोर अभाव है दूसरी तरफ खुले जगह पर सुंदर दरवाजा बनाकर 20 रुपया का टिकट काटा जा रहा है.