गया: कोरोना वायरस के बचाव के कारण लागू लॉकडाउन में फंसे मजदूरों को श्रमिक स्पेशल ट्रेनों से घर भेजा जा रहा है. लेकिन इस ट्रेन में प्रवासी मजदूरों के लिए पीने के लिए पानी तक नहीं है. गया जंक्शन पर आउटर पर रुकी स्पेशल ट्रेनों में सवार प्रवासी मजदूरों को करीमगंज मुहल्ले के लोगों ने खाने का पैकेट और पानी दिया.
ट्रेन में प्रवासी मजदूर झेल रहे परेशानी
लॉकडाउन में प्रवासी मजदूरों को घर तक ले जाने वाली श्रमिक स्पेशल ट्रेन तीन दिन की देरी से चल रही है. ऐसे में मजदूर भूख और प्यास से हलकान हैं. इनकी न तो स्थानीय प्रशासन मदद कर रहा है और न ही रेल प्रशासन इस ओर ध्यान दे रहा है. सरकारी मदद नहीं मिलने पर मजदूर ट्रेन रुकने पर इधर-उधर पानी और भोजन की तलाश में घूमते हैं.
ऐसे में ईद के दिन गया जंक्शन के आउटर पर मजदूरों के लिए करीमगंज मुहल्लेवासी मसीहा बन गए. गया जंक्शन से पूर्व करीमगंज मोहल्ले के पास जहां मुगलसराय की ओर से आ रही श्रमिक स्पेशल ट्रेन गया जंक्शन के आउटर पर रूकी तो कई प्रवासी मजदूर रेलवे लाइन के किनारे बने घरों से पानी की मांग करने लगे, तो करीमगंज के युवाओं ने प्रवासियों के लिए भोजन और पानी की व्यवस्था की.
आउटर पर स्थानीय लोगों ने की प्रवासियों की मदद
वहीं, मुहल्लेवासियों ने बताया कि पहली बार जब यहां ट्रेन रुकी तो ज्यादातर मजदूर यहां पर उतर गए. इसके बाद हम लोग के घरों से पीने का पानी मांगने लगे. तब हम लोगों ने महसूस किया क्यों ना हम लोग इनके लिए पीने का पानी और खाने के लिए कुछ वितरण करें. उस दिन ईद का दिन था और उसी दिन से हम सब मिलकर लगातार इन लोगों की सेवा कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि सरकार के लाख दावे गया जंक्शन के आउटर पर खड़ी स्पेशल ट्रेन की तस्वीर ही पोल खोल देती है. वहीं, यही तस्वीर इंसानियत पर चार चांद लगा रही है जब ट्रेन खुलती है मजदूर हाथ जोड़कर इन्हें मदद के लिए धन्यवाद देते हैं.