गया: ब्राह्मणों पर विवादित बयान (Controversial Statement on Brahmins) देने वाले हम प्रमुख जीतनराम मांझी (HAM Chief Jitan Ram Manjhi) एनडीए (NDA) में बने रहेंगे. उन्होंने तमाम कयासों को दरकिनार करते हुए साफ किया कि वे कहीं नहीं जा रहे हैं.
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दरअसल जिस तरह से बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने पिछले दिनों ब्राह्मणों और पुजारियों पर विवादित बयान दिया था, उससे माना जा रहा था कि बीजेपी उनसे नाराज है. साथ ही ये भी कयास लगाए जा रहे हैं कि मांझी एनडीए छोड़ने से पहले पृष्ठभूमि तैयार कर रहे हैं, लेकिन अब उन्होंने साफ कर दिया है कि वे कहीं नहीं जा रहे हैं. हम प्रमुख ने कहा कि वे नीतीश कुमार के साथ हैं और आगे भी उनके साथ ही रहेंगे.
"अब असर पड़ेगा या नहीं पड़ेगा ये तो एनडीए के बड़े नेता समझे. या बात हमारी होगी तो उनको हम अपनी बात बताएंगे. एनडीए छोड़ने का सवाल ही नहीं है. हम तो बहुत पहले ही कह दिए हैं कि हम नीतीश कुमार के साथ हैं और साथ रहेंगे"- जीतन राम मांझी, अध्यक्ष, हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा
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जीतनराम मांझी ने फिर दोहराया कि उन्होंने सभी पंडित या पुजारी के लिए अपशब्द नहीं कहा था, बल्कि वैसे लोगों को कहा था जो मांस और मदिरा का सेवन कर पूजा कराने आते हैं. इस दौरान मांझी ये भी कहा कि वे एनडीए गठबंधन में रहकर ही उत्तरप्रदेश का विधानसभा चुनाव भी लड़ेंगे. इसके लिए एनडीए से संबंधित नेताओं की राय भी ली जाएगी.
वहीं, लड़कियों की शादी की उम्र 18 से बढ़ाकर 21 वर्ष करने का पूर्व सीएम ने स्वागत किया है. उन्होंने कहा कि कम उम्र में लड़कियों की शादी होने की वजह से उनका शारीरिक और शैक्षणिक विकास नहीं हो पाता था. ऐसे में शादी की उम्र सीमा बढ़ाए जाने से लड़कियों को शिक्षा ग्रहण करने में सहूलियत होगी. उन्होंने स्वयं का उदाहरण देते हुए कहा कि जब जब हम 17 वर्ष के थे, उसी समय मेरी बेटी का जन्म हो गया था. इसे फैसले से एक तरफ जहां जनसंख्या वृद्धि पर अंकुश लगेगा, वहीं लड़कियों को उच्च शिक्षा हासिल करने में भी सुविधा होगी.
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