गया: जिले के कोंच प्रखंड के बीडीओ राजीव रंजन की आत्महत्या पर न्याय की मांग बढ़ने लगी है. हम प्रमुख और बिहार के पूर्व सीएम जीतन राम मांझी ने इस मामले पर सीबीआई जांच की मांग की है. साथ ही उन्होंने पुलिस को बरामद सुसाइड नोट को भी सार्वजनिक करने की मांग की है.
'भ्रष्ट अधिकारी है आत्महत्या का जिम्मेदार'
जीतन राम मांझी ने कहा कि बीडीओ राजीव रंजन जब दूसरे जिले में थे, तो उन्हें बेहतर काम के लिए पुरस्कार से नवाजा गया था. लेकिन, गया जिला जिले में ट्रांसफर होने के बाद भ्रष्ट नेताओं के साथ उनकी सांठ-गांठ नहीं मिली, जिस कारण दबाव में उन्होंने आत्महत्या कर ली. मांझी ने बताया कि राजीव रंजन की हत्या का जिम्मेदार यहां के भ्रष्ट अधिकारी हैं. उन्होंने कहा कि इस मामले की निश्चित सीबीआई से जांच होनी चाहिए.
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क्या कहते हैं जीतन मांझी?
पूर्व सीएम मांझी ने कहा कि उन्हे यहां एक पदस्थापित सीडीपीओ ने जानकारी दी कि राजीव रंजन से हर महीने 2 लाख रूपये वरीय अधिकारी मांगते थे. उन्होंने कहा कि इससे पता चलता है कि जिले में अधिकारी कितने बड़े भ्रष्टाचार में लिप्त हैं. जो लोग अधिकारियों को पैसा नहीं देते, उन्हें उसका बुरा प्रभाव झेलना पड़ता है. मांझी ने बताया कि यही वजह है कि जिस बीडीओ ने दूसरे जिले में बेहतर काम के लिए अवार्ड दिया गया, उसी अधिकारी पर परिपत्र जारी किया गया. जिस कारण उन्होंने आत्महत्या की.
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छत से कूदकर दी जान
बता दें कि गुरुवार को जिले के कोंच प्रखंड के बीडीओ राजीव रंजने ने छत से कूदकर आत्महत्या कर ली थी. जिकसे बाद जिले के सभी अधिकारियों ने बीडीओ के खिलाफ न्याय जांच की मांग की. वहीं, अब पूर्व सीएम जीतन राम मांझी भी सीबीआई से जांच कराने की मांग कर रहे हैं.