गया: पूरे देश के सहित बिहार में भी कोरोना महामारी (Corona Epidemic) ने कोहराम मचाया है. कोरोना को मात देने के लिए मास्क पहनना जरूरी है. गया जिले में जीविका दीदियों ने इस साल में सबसे ज्यादा मास्क बनाईं हैं. जीविका दीदियां अपनी इस उपलब्धि पर गौरव महसूस करते हुए कहती हैं कि मास्क निर्माण से पेट भी भरा और सम्मान भी मिला.
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सबसे अधिक मास्क बनाने का रिकॉर्ड
दरअसल, जिले में कोरोना संक्रमण से बचाव को लेकर पंचायती राज विभाग के द्वारा जीविका दीदी को मास्क बनाने का जिम्मा दिया गया था. जीविका दीदी घर बैठे ही मास्क बनाना शुरू की और पूरे राज्य में जीविका दीदियों ने सबसे ज्यादा मास्क गया जिले में बनाया है. कोरोना महामारी के इस दौर में घर बैठे महिलाओं को स्वरोजगार भी मिला और सम्मान भी मिला है.
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कमाई के साथ-साथ सम्मान भी मिला
जीविका से जुड़ी शिला देवी बताती हैं कि 2012 से जीविका से जुड़ी थी. हमलोग ने प्रतिमाह 50 रुपया जमाकर समूह बनाए. समूह एकत्र हुए राशि से अपना व्यवसाय शुरू किए. मास्क बनाने के लिए जब ऑर्डर दिया गया तो समूह से कर्ज लेकर समूह की महिलाएं मास्क बनाना शुरू की. मास्क बनाने से इस महामारी और लॉकडाउन में जहां पति का बिजेनस ठप है.
वहीं मास्क की बिक्री से हुए आमदनी से घर चल रहा है. आपको बता दें कि एक आंकड़े के तहत बिहार में सबसे ज्यादा गया जिला और सारण जिला में जीविका दीदियों के द्वारा मास्क का निर्माण किया गया है.