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ANMMCH के ऑक्सीजन प्लांट में कुक के काम करने पर स्वास्थ्य विभाग सख्त, अधीक्षक से मांगा जवाब

गया के अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट में कुक के काम करने की खबर बीते दिनों ईटीवी भारत ने चलायी थी. खबर चलने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने अस्पताल के अधीक्षक से जवाब मांगा है. पढ़ें पूरी खबर.

एएनएमसीएच अधीक्षक डॉ पीके अग्रवाल
एएनएमसीएच अधीक्षक डॉ पीके अग्रवाल
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Published : Aug 20, 2021, 8:24 AM IST

गया: मगध क्षेत्र का सबसे बड़ा अस्पताल अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल (ANMMCH) में तीन ऑक्सीजन प्लांट (Oxygen Plant) बनाने की योजना थी. जिसमें से एक प्लांट बनकर तैयार हो गया है. इस प्लांट में मैन्युअल तरीके से ऑक्सीजन सिलेंडर (Oxygen Cylinder) के जरिये ऑक्सीजन सप्लाई किया जा रहा है. इस प्लांट का संचालन कोई टेक्निकल स्टाफ नहीं बल्कि कुक कर रहा है.

ये भी पढ़ें:कोरोना की तीसरी लहर में ऐसे बचेगी जान? जहां रसोईये के भरोसे हो ऑक्सीजन प्लांट की जिम्मेदारी

बीते दिनों ईटीवी भारत ने इस खबर को प्रमुखता से दिखाया था. अब इस खबर का असर हुआ है. खबर चलने के बाद राज्य स्वास्थ्य विभाग की ओर से इस मामले में अधीक्षक को पत्र भेजकर जानकारी मांगी गई है.

देखें वीडियो

दरअसल कोरोना की तीसरी लहर से निपटने के लिए और ऑक्सीजन को लेकर अस्पताल को आत्मनिर्भर बनाने के लिए सरकार ने अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल में तीन ऑक्सीजन प्लांट की मंजूरी दी थी. जिसमें से एक प्लांट बनकर तैयार है. जो 50 मेगा सिलेंडर की क्षमता का ऑक्सीजन एक दिन में जेनरेट कर रहा है. इसके अलावा दो प्लांट अभी निर्माणाधीन है. यहां मैनुअल ऑक्सीजन प्लांट का संचालन अस्पताल में कार्यरत कुक करते हैं.

इस खबर के प्रसारित होने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने सख्ती दिखाते हुए अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल के अधीक्षक डॉ पीके अग्रवाल से जवाब मांगा है. इस संबंध में जब ईटीवी भारत ने डॉ पीके अग्रवाल ने बातचीत की तो उन्होंने बताया कि, "इस अस्पताल में चार कुक की बहाली हुई थी. उन्होंने कहा कि पिछले कई सालों से अस्पताल में कुक का काम नहीं रह गया है. ये लोग चतुर्थवर्गीय कर्मचारी हैं. इनको चतुर्थवर्गीय कार्यों में शामिल किया जाता है. इसी के तहत उनको ट्रेनिंग और पूरी जानकारी देकर ऑक्सीजन प्लांट में ड्यूटी दी गयी है. इस अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट में दो इंजीनियर रहते हैं. इन चतुर्थवर्गीय कर्मचारी को बस उनकी बातों को फॉलो करना है."- डॉ. पीके अग्रवाल, अधीक्षक, एएनएमसीएच

गौरतलब है कि अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल में तीन ऑक्सीजन प्लांट बनना है. जिसमें से एक बनकर तैयार हो गया है. वहीं दूसरा और तीसरा भी निर्माणाधीन है. निर्माणाधीन दो प्लांट को बनने में अभी दो से तीन माह लग सकता है. ऐसे में अगर कोरोना की तीसरी लहर आती है तो इस अस्पताल के मरीज भगवान भरोसे ही रहेंगे.

ये भी पढ़ें:कोरोना की तीसरी लहर से निपटने के लिए पूर्णिया सदर अस्पताल तैयार, लगाये जा रहे 2 ऑक्सीजन प्लांट

गया: मगध क्षेत्र का सबसे बड़ा अस्पताल अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल (ANMMCH) में तीन ऑक्सीजन प्लांट (Oxygen Plant) बनाने की योजना थी. जिसमें से एक प्लांट बनकर तैयार हो गया है. इस प्लांट में मैन्युअल तरीके से ऑक्सीजन सिलेंडर (Oxygen Cylinder) के जरिये ऑक्सीजन सप्लाई किया जा रहा है. इस प्लांट का संचालन कोई टेक्निकल स्टाफ नहीं बल्कि कुक कर रहा है.

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बीते दिनों ईटीवी भारत ने इस खबर को प्रमुखता से दिखाया था. अब इस खबर का असर हुआ है. खबर चलने के बाद राज्य स्वास्थ्य विभाग की ओर से इस मामले में अधीक्षक को पत्र भेजकर जानकारी मांगी गई है.

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दरअसल कोरोना की तीसरी लहर से निपटने के लिए और ऑक्सीजन को लेकर अस्पताल को आत्मनिर्भर बनाने के लिए सरकार ने अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल में तीन ऑक्सीजन प्लांट की मंजूरी दी थी. जिसमें से एक प्लांट बनकर तैयार है. जो 50 मेगा सिलेंडर की क्षमता का ऑक्सीजन एक दिन में जेनरेट कर रहा है. इसके अलावा दो प्लांट अभी निर्माणाधीन है. यहां मैनुअल ऑक्सीजन प्लांट का संचालन अस्पताल में कार्यरत कुक करते हैं.

इस खबर के प्रसारित होने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने सख्ती दिखाते हुए अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल के अधीक्षक डॉ पीके अग्रवाल से जवाब मांगा है. इस संबंध में जब ईटीवी भारत ने डॉ पीके अग्रवाल ने बातचीत की तो उन्होंने बताया कि, "इस अस्पताल में चार कुक की बहाली हुई थी. उन्होंने कहा कि पिछले कई सालों से अस्पताल में कुक का काम नहीं रह गया है. ये लोग चतुर्थवर्गीय कर्मचारी हैं. इनको चतुर्थवर्गीय कार्यों में शामिल किया जाता है. इसी के तहत उनको ट्रेनिंग और पूरी जानकारी देकर ऑक्सीजन प्लांट में ड्यूटी दी गयी है. इस अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट में दो इंजीनियर रहते हैं. इन चतुर्थवर्गीय कर्मचारी को बस उनकी बातों को फॉलो करना है."- डॉ. पीके अग्रवाल, अधीक्षक, एएनएमसीएच

गौरतलब है कि अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल में तीन ऑक्सीजन प्लांट बनना है. जिसमें से एक बनकर तैयार हो गया है. वहीं दूसरा और तीसरा भी निर्माणाधीन है. निर्माणाधीन दो प्लांट को बनने में अभी दो से तीन माह लग सकता है. ऐसे में अगर कोरोना की तीसरी लहर आती है तो इस अस्पताल के मरीज भगवान भरोसे ही रहेंगे.

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