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ठंड बढ़ते ही स्वेटर में दिखे भगवान, गया के Iscon मंदिर में इन दिनों दिख रहा ऐसा नजारा - भगवान को व्यक्ति रूप में देखते हैं

सर्दियों में ठंड का एहसास सिर्फ इंसान को ही नहीं, भगवान को भी होने लगता है. भगवान को सर्दी ना लगे इसके लिए ऊनी वस्त्र (God is dressed in woolen clothes In Gaya) पहनाए गए हैं. ब्रह्म मुहूर्त में गर्म पानी से स्नान कराया जा रहा है. गया के इस्कॉन मंदिर में भक्त की अटूट आस्था का यह दृश्य देखा जा सकता है.

भगवान को भी लगती है ठंढ
भगवान को भी लगती है ठंड
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Published : Dec 1, 2022, 8:32 PM IST

गया: भगवान को भी ठंड (god feels cold) लगती है. बिहार के गया में ऐसा ही देखने को मिल रहा है. गया के प्रसिद्ध राधे कृष्ण मंदिर में भगवान को ऊनी वस्त्र पहनाए गए हैं. भगवान को ठंड ना लगे, इसके लिए पूरी व्यवस्था की गई है. माता तुलसी को भी ठंड से बचाने के लिए ऊनी वस्त्र पहनाया गया है. इसे भगवान के प्रति भक्तों की अनोखी आस्था कह सकते हैं. गया के प्रसिद्ध इस्कॉन मंदिर में भगवान के प्रति भक्त की अटूट आस्था का यह दृश्य देखा जा सकता है.

इसे भी पढ़ेंः गया के मंदिर में अचानक दिखे नाग-नागिन, मन ही मन पूजा करने लोग

भगवान को भी होने लगा सर्दियों में ठंड का एहसास


भगवान के प्रति भक्तों की अनोखी आस्थाः गया के इस्कॉन मंदिर में राधे-कृष्ण, भगवान जगन्नाथ, बलराम जी, सुभद्रा, चैतन्य महाप्रभु समेत अन्य की प्रतिमाएं हैं. इन सभी प्रतिमाओं को अब ऊनी वस्त्र पहनाया गया है. ऊनी वस्त्र के साथ-साथ ब्रह्म मुहूर्त में स्नान के लिए गर्म पानी की व्यस्था की जाती है. यह पूरे शरद ऋतु काल तक चलता रहेगा, ताकि भगवान जी को ठंड से बचाया जा सके.

सर्दी ना लगे इसके लिए पहनाए गए ऊनी वस्त्र
सर्दी ना लगे इसके लिए पहनाए गए ऊनी वस्त्र


भगवान को व्यक्ति रूप में देखते हैंः इस संबंध में इस्कॉन मंदिर गया के अध्यक्ष जगदीश श्याम दास जी बताते हैं कि ठंड है, तो इसी कारण हम भगवान जी को ऊनी वस्त्र पहनाए हैं. ठंड शुरू होते ही उनी वस्त्र भगवान जी को पहनाया जाता है. हमारी सोच है कि भगवान भी एक व्यक्ति हैं, इस मंदिर के मालिक वही हैं, तो उन्हें भी सुविधा चाहिए. यह भगवान भक्तों के बीच प्रेम का आदान-प्रदान है. भगवान जी हमसे सेवा लेकर हम पर कृपा करते हैं. यह भगवान के प्रति भक्त की सेवा भावना है. भगवान जी को उनी वस्त्र पहनाए जा रहे हैं, ठंड और बढ़ेगी तो हीटर भी लगेंगे.

इस्कॉन मंदिर
इस्कॉन मंदिर

इसे भी पढ़ेंः गया के विष्णुपद गुरुद्वारा में 700 साल पहले आए थे गुरुनानक देव जी महराज, उदासी के दिनों में यहां रुके थे


'अभी ठंड के मौसम में भगवान जी को ऊनी वस्त्र पहनाए गए हैं. भक्त भगवान जी को व्यक्ति के रूप में भी देखते हैं. भगवान जी हमसे सेवा लेते हैं, तो वह हम पर कृपा करते हैं. यह भगवान के प्रति भक्तों का सेवा भाव है. ठंड अभी और बढ़ेगी तो उस समय हीटर भी लगाए जाएंगे'-जगदीश श्याम दास,अध्यक्ष, इस्कॉन मंदिर

गया: भगवान को भी ठंड (god feels cold) लगती है. बिहार के गया में ऐसा ही देखने को मिल रहा है. गया के प्रसिद्ध राधे कृष्ण मंदिर में भगवान को ऊनी वस्त्र पहनाए गए हैं. भगवान को ठंड ना लगे, इसके लिए पूरी व्यवस्था की गई है. माता तुलसी को भी ठंड से बचाने के लिए ऊनी वस्त्र पहनाया गया है. इसे भगवान के प्रति भक्तों की अनोखी आस्था कह सकते हैं. गया के प्रसिद्ध इस्कॉन मंदिर में भगवान के प्रति भक्त की अटूट आस्था का यह दृश्य देखा जा सकता है.

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भगवान को भी होने लगा सर्दियों में ठंड का एहसास


भगवान के प्रति भक्तों की अनोखी आस्थाः गया के इस्कॉन मंदिर में राधे-कृष्ण, भगवान जगन्नाथ, बलराम जी, सुभद्रा, चैतन्य महाप्रभु समेत अन्य की प्रतिमाएं हैं. इन सभी प्रतिमाओं को अब ऊनी वस्त्र पहनाया गया है. ऊनी वस्त्र के साथ-साथ ब्रह्म मुहूर्त में स्नान के लिए गर्म पानी की व्यस्था की जाती है. यह पूरे शरद ऋतु काल तक चलता रहेगा, ताकि भगवान जी को ठंड से बचाया जा सके.

सर्दी ना लगे इसके लिए पहनाए गए ऊनी वस्त्र
सर्दी ना लगे इसके लिए पहनाए गए ऊनी वस्त्र


भगवान को व्यक्ति रूप में देखते हैंः इस संबंध में इस्कॉन मंदिर गया के अध्यक्ष जगदीश श्याम दास जी बताते हैं कि ठंड है, तो इसी कारण हम भगवान जी को ऊनी वस्त्र पहनाए हैं. ठंड शुरू होते ही उनी वस्त्र भगवान जी को पहनाया जाता है. हमारी सोच है कि भगवान भी एक व्यक्ति हैं, इस मंदिर के मालिक वही हैं, तो उन्हें भी सुविधा चाहिए. यह भगवान भक्तों के बीच प्रेम का आदान-प्रदान है. भगवान जी हमसे सेवा लेकर हम पर कृपा करते हैं. यह भगवान के प्रति भक्त की सेवा भावना है. भगवान जी को उनी वस्त्र पहनाए जा रहे हैं, ठंड और बढ़ेगी तो हीटर भी लगेंगे.

इस्कॉन मंदिर
इस्कॉन मंदिर

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'अभी ठंड के मौसम में भगवान जी को ऊनी वस्त्र पहनाए गए हैं. भक्त भगवान जी को व्यक्ति के रूप में भी देखते हैं. भगवान जी हमसे सेवा लेते हैं, तो वह हम पर कृपा करते हैं. यह भगवान के प्रति भक्तों का सेवा भाव है. ठंड अभी और बढ़ेगी तो उस समय हीटर भी लगाए जाएंगे'-जगदीश श्याम दास,अध्यक्ष, इस्कॉन मंदिर

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