गया: शहर के मेहंदीबाग मुहल्ले के वार्ड नं 43 के लोग चट्टान खिसकने से डरे-सहमें हैं. एक बड़ा चट्टान खिसककर सड़क और घर पर आ गिरा था. चट्टान गिरने से स्थानीय लोग भय में हैं. वहीं, बच्चे जान हथेली पर रखकर स्कूल जा रहे हैं.
13 अगस्त को एक बड़ा चट्टान खिसककर घर पर आ गिरा था और घर से होते हुए ये सड़क पर आ गया. इससे अब तक आवगमन बाधित है. स्कूली बच्चे और स्थानीय लोग जान हथेली पर रखकर किसी तरह गुजर रहे हैं. जबकि पहाड़ का अन्य हिस्सा गिरने की कगार पर है. मुहल्ला वासियों ने सरकार से गुहार लागाई है कि उन्हें खिसकती चट्टानों से बचाया जाए.
स्कूल जाने से डर रही हैं बच्चियां
चट्टान गिरने से 200 घरों के लोगों के लिए संकट की स्थिति बन गई है. प्राथमिक विद्यालय मेहंदीबाग के छात्र चट्टान को पार कर किसी तरह स्कूल जा रहे हैं. ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए एक छात्रा ने बताया कि स्कूल जाने में डर लगता है. पता नहीं कब चट्टान की चपेट में आ जाएं. सीएम से मांग करते हुए उसने कहा कि जल्द से जल्द पहाड़ के चट्टान को हटवा दें.
गिरने की कगार पर दूसरा चट्टान
एक स्थानीय महिला ने ईटीवी भारत को बताया कि उनका बेटा दिव्यांग है. उसे आने-जाने में काफी दिक्कत होता है. रास्ते पर चट्टान गिरने से काफी परेशानी है. वहीं, दूसरा चट्टान भी गिरने की कगार पर है. हमेशा डर लगा रहता है. यहां लोग जान जोखिम में डालकर रह रहे हैं. वहीं, स्थानीय युवक ने बताया कि पहाड़ के बीच में पेड़ था. तेज बारिश में पहाड़ से बड़ा चट्टान गिर गया. चट्टान गिरने से रास्ता बंद है. इसकी शिकायत वार्ड पार्षद से की. वार्ड पार्षद ने चट्टान को चंदा कर हटाने की बात कही. प्रशासन की तरफ से कोई मदद नहीं मिल पा रहा.
जिलाधिकारी को कराया गया अवगत
वार्ड पार्षद विनोद कुमार ने बताया कि चट्टान गिरने से सड़क मार्ग बंद है. किसी तरह आने-जाने का रास्ता बनाया गया है. चट्टान बहुत बड़ा है, जबकि गली बहुत संकीर्ण है. उस जगह पर जेसीबी और मालवाहक गाड़ी नहीं जा सकता. इस संबंध में जिलाधिकारी को अवगत करवाया गया है. गौरतलब है कि गया में चट्टान खिसकने का यह पहला मामला नहीं है. इससे पूर्व शाहमीर तकिया मुहल्ला में एक बड़ा चट्टान गिरा था. उसे देखने के लिए खुद मुख्यमंत्री पहुंचे थे. उसी तरह की घटना की पुनरावृत्ति मेंहदीबाग मुहल्ला में होता दिख रहा है.