गयाः वर्षों पूर्व जिला मुख्यालय को तालाबों का शहर कहा जाता था. शहरी क्षेत्र में सैकड़ों छोटे-बड़े तालाब थे. लेकिन सरकार की अनदेखी और भू-माफिया के अतिक्रमण से तालाब विलुप्त हो गए. शहर के शेष तालाब की स्थिति भी दयनीय है. शहर के बीचों-बीच स्थित दिग्घी तालाब में नाली का गंदा पानी बहाया जाता है. लेकिन अब इस तालाब को गया नगर निगम करोड़ो की बजट से सौंदर्यीकरण करवा रही है.
दिग्घी तालाब मगध प्रमंडलीय आयुक्त कार्यालय के सामने अवस्थित है. इसके बगल में समाहरणालय और सिविल कोर्ट है. भविष्य में शहरवासी इस तालाब में नौका विहार का आनंद ले सकते हैं. आपको बता दें कि इससे पहले भी स्थानीय विधायक सह कृषि मंत्री ने 2010 में तालाब का सौंदर्यीकरण करवाया था. साथ ही नौका विहार की शुरुआत भी गई थी. लेकिन सौंदर्यीकरण कार्य खत्म होने के चंद माह बाद ही तालाब में गंदा पानी गिराने से दूषित हो गया. जिसके बाद नौका विहार को बंद करना पड़ा.
छुट्टी बिताने के लिए बेहतर स्पॉट
स्थानीय लोगों का कहना है कि नगर निगम का प्रस्ताव बढ़िया है. इससे तालाब स्वच्छ और सुंदर रहने के साथ ही नौका विहार की व्यवस्था होगी. छुट्टी के दिनों में बच्चे इसका आनंद ले सकते हैं. तालाब के आसपास कई सरकारी कार्यालय है, यहां रोजाना हजारों लोग आते हैं.
2 साल पूर्व ही सीएम ने किया था शिलान्यास
वहीं, वार्ड नंबर 37 की पार्षद सारिका वर्मा ने बताया कि उन्होंने 2012 से तालाब के सौंदर्यीकरण के लिए प्रस्ताव भेजी रही थी. दो वर्ष पूर्व ही प्रस्ताव को मंजूरी मिली. तालाब सौंदर्यीकरण कार्य का शिलान्यास करीब 2 वर्ष पहले सीएम नीतीश नीतीश कुमार ने किया था.
दो करोड़ 54 लाख की लागत से हो रहा सौंदर्यीकरण
मेयर गणेश पासवान ने बताया कि शहर के दो तालाबो का सौंदर्यीकरण कर नौका विहार चलाने की योजना है. पहले चरण में दिग्घी तालाब का सौंदर्यीकरण कार्य चल रहा है. यहां जल्द ही नौका विहार की शुरुआत होगी. इसका का सौंदर्यीकरण दो करोड़ 54 लाख की लागत से की जा रही है. इसके तहत तालाब के चारो तरफ पार्क का निर्माण, तालाब के बीचों बीच फॉउंटेन के साथ नौका विहार की व्यवस्था की जायेगी.