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बिहार के बदहाल अस्पताल: शव के होंठ और नाक कुतर गए चूहे, 4 महीने से खराब है मुर्दा घर - बिहार के बदहाल अस्पताल

मगध के सबसे बड़े अस्पताल एएनएमएमसीएच (Anugrah Narayan Magadha Medical College Hospital) में शव भी सुरक्षित नहीं है. नवादा के एक बुजुर्ग के शव के होंठ और नाक चूहे कुतर दिए. इस मेडिकल कॉलेज अस्पताल का मुर्दाघर 4 महीने से खराब पड़ा है( mortuary is not in working condition since 4 months).

एएनएमसीएच
एएनएमसीएच
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Published : Jul 26, 2022, 4:57 PM IST

Updated : Jul 26, 2022, 8:29 PM IST

गया : मगध के सबसे बड़ा अस्पताल अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल (Mouse munched dead body in Gaya) में मुर्दे भी सुरक्षित नहीं हैं. इसी तरह के मामले में एक बुजुर्ग के शव को कई स्थानों पर चूहे कुतर दिए. हाथ और नाक भी कुतर डाले. इतनी बड़ी लापरवाही सामने आने के बाद परिजनों ने विरोध जताया तो अस्पताल के कर्मचारी उसे दबाने में ही जुटे रहे.

ये भी पढ़ें- बिहार में मिला मंकीपॉक्स का पहला संदिग्ध, पटना की महिला में दिखे लक्षण


21 को कराया था भर्ती, 24 की रात हुई मौत : नवादा जिले के गोविंदपुर प्रखंड के बिशनपुर गांव के रहने वाले 80 वर्षीय रामजी प्रसाद को 21 जुलाई को गंभीर हालत में मगध मेडिकल कॉलेज में अस्पताल में इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराया गया था. इस बीच 24 जुलाई की रात को बुजुर्ग की मौत हो गई. रात में बुजुर्ग की मौत के बाद परिजनों ने शव को सुबह ले जाने की बात कही और शव को रखने का आग्रह किया. मेडिकल के कर्मचारियों ने इस आग्रह को माना, लेकिन रात में ही शव को रिसीव करने का कागज बना दिया. इसके बाद 80 वर्षीय बुजुर्ग के शव को मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल के इमरजेंसी के अंदर बनी सीढ़ियों पर ही रख दिया.



रात में चूहों ने होंठ-नाक कुतरे, परिजन आक्रोशित : इस बीच रात में बुजुर्ग के शव को चूहों ने कुतर दिया. सुबह में परिजनों ने शव को ले जाने की तैयारी की. इस बीच उन्होंने देखा कि चूहों ने शव को होंंठ-नाक समेत कई जगह से कुतर दिया है. यह देख परिजन आक्रोशित हो गए और विरोध जताने लगे. अस्पताल के कर्मचारियों को इसकी जानकारी हुई तो वे मामले को दबाने के लिए सक्रिय हो गए. तरह-तरह की बातें कहकर परिजनों को समझाने लगे. किसी तरह परिजनों को समझाकर अस्पताल से भेज दिया.


अपने खर्च से शव ले गए परिजन : इस दौरान मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल के शव ढोने वाले वाहन से शव को श्मशान घाट तक ले जाना भी उचित नहीं समझा. इस स्थिति में परिजनों ने अपने ही खर्च पर प्राइवेट एंबुलेंस से शव को श्मशान घाट ले गए. बुजुर्ग के शव को कुतरे जाने से परिजन काफी रोष में थे. वे अस्पताल प्रशासन को लगातार कोसे जा रहे थे. इस संबंध में अस्पताल के कर्मचारियों का कहना है कि यहां मुर्दा घर (mortuary )खराब है. चार महीने से मोर्चरी खराब होने की वजह से बुजुर्ग के शव को सीढ़ियों पर रखना पड़ा, जिसकी वजह से चूहों ने शव को कुछ स्थानों पर कुतर दिया. वैसे इससे पहले भी एक लावारिस शव मोर्चरी में लगातार 10 दिन तक सड़ाने का मामला भी सामने आ चुका है.



'इस तरह का मामला सामने आया है. मामले की छानबीन की जा रही है. मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल में मोर्चरी 4 महीने से खराब है, जिसके कारण शवों को रखने में परेशानी आ रही है. यदि मोर्चरी सही रहता तो शायद बुजुर्ग के शव को चूहों द्वारा कुतरने का मामला सामने नहीं आता. फिलहाल मामले को देखा जा रहा है. इसकी जानकारी वरीय अधिकारियों को दी जाएगी.'- एनके पासवान, प्रभारी अधीक्षक, मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल.

गया : मगध के सबसे बड़ा अस्पताल अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल (Mouse munched dead body in Gaya) में मुर्दे भी सुरक्षित नहीं हैं. इसी तरह के मामले में एक बुजुर्ग के शव को कई स्थानों पर चूहे कुतर दिए. हाथ और नाक भी कुतर डाले. इतनी बड़ी लापरवाही सामने आने के बाद परिजनों ने विरोध जताया तो अस्पताल के कर्मचारी उसे दबाने में ही जुटे रहे.

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21 को कराया था भर्ती, 24 की रात हुई मौत : नवादा जिले के गोविंदपुर प्रखंड के बिशनपुर गांव के रहने वाले 80 वर्षीय रामजी प्रसाद को 21 जुलाई को गंभीर हालत में मगध मेडिकल कॉलेज में अस्पताल में इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराया गया था. इस बीच 24 जुलाई की रात को बुजुर्ग की मौत हो गई. रात में बुजुर्ग की मौत के बाद परिजनों ने शव को सुबह ले जाने की बात कही और शव को रखने का आग्रह किया. मेडिकल के कर्मचारियों ने इस आग्रह को माना, लेकिन रात में ही शव को रिसीव करने का कागज बना दिया. इसके बाद 80 वर्षीय बुजुर्ग के शव को मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल के इमरजेंसी के अंदर बनी सीढ़ियों पर ही रख दिया.



रात में चूहों ने होंठ-नाक कुतरे, परिजन आक्रोशित : इस बीच रात में बुजुर्ग के शव को चूहों ने कुतर दिया. सुबह में परिजनों ने शव को ले जाने की तैयारी की. इस बीच उन्होंने देखा कि चूहों ने शव को होंंठ-नाक समेत कई जगह से कुतर दिया है. यह देख परिजन आक्रोशित हो गए और विरोध जताने लगे. अस्पताल के कर्मचारियों को इसकी जानकारी हुई तो वे मामले को दबाने के लिए सक्रिय हो गए. तरह-तरह की बातें कहकर परिजनों को समझाने लगे. किसी तरह परिजनों को समझाकर अस्पताल से भेज दिया.


अपने खर्च से शव ले गए परिजन : इस दौरान मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल के शव ढोने वाले वाहन से शव को श्मशान घाट तक ले जाना भी उचित नहीं समझा. इस स्थिति में परिजनों ने अपने ही खर्च पर प्राइवेट एंबुलेंस से शव को श्मशान घाट ले गए. बुजुर्ग के शव को कुतरे जाने से परिजन काफी रोष में थे. वे अस्पताल प्रशासन को लगातार कोसे जा रहे थे. इस संबंध में अस्पताल के कर्मचारियों का कहना है कि यहां मुर्दा घर (mortuary )खराब है. चार महीने से मोर्चरी खराब होने की वजह से बुजुर्ग के शव को सीढ़ियों पर रखना पड़ा, जिसकी वजह से चूहों ने शव को कुछ स्थानों पर कुतर दिया. वैसे इससे पहले भी एक लावारिस शव मोर्चरी में लगातार 10 दिन तक सड़ाने का मामला भी सामने आ चुका है.



'इस तरह का मामला सामने आया है. मामले की छानबीन की जा रही है. मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल में मोर्चरी 4 महीने से खराब है, जिसके कारण शवों को रखने में परेशानी आ रही है. यदि मोर्चरी सही रहता तो शायद बुजुर्ग के शव को चूहों द्वारा कुतरने का मामला सामने नहीं आता. फिलहाल मामले को देखा जा रहा है. इसकी जानकारी वरीय अधिकारियों को दी जाएगी.'- एनके पासवान, प्रभारी अधीक्षक, मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल.

Last Updated : Jul 26, 2022, 8:29 PM IST
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