गया: लॉकडाउन (Lockdown) के कारण साल 2020 में काफी संख्या में लोग बेरोजगार हो गए थे. इसी के मद्देनजर सरकार ने पहल करते हुए सरकारी और मनरेगा (MGNREGA) में ऐसे हजारों लोगों को रोजगार देने की योजना बनाई थी.
इसी के तहत गया (Gaya) जिले में साल 2020 और साल 2021 के दौरान सबसे ज्यादा श्रमिकों को रोजगार मिला है. लॉकडाउन के दौरान गया जिले में श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध कराने में गया पूरे बिहार में अव्वल आया है. मनरेगा योजना में गया में कुल 88320 मजदूरों को रोजगार मिला है.
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जिलाअधिकारी ने संबंधित पदाधिकारी और कर्मियों को दी बधाई
गया जिलाधिकारी अभिषेक सिंह (Gaya DM Abhishek Singh) ने इस उपलब्धि पर संबंधित पदाधिकारी और कर्मियों और जिले के लोगों को बधाई दी है. उन्होंने बताया है कि गया जिले में अभी 9114 योजनाओं पर काम चल रहा है.
इनमें जल जीवन हरियाली के तहत तालाब, पोखर, पेईन जलस्तर बरकरार रखने के लिए काम चल रहा है. इसमें हजारों लोगों को रोजगार मिला है. वहीं, पौधारोपण और निजी क्षेत्र की योजनाओं में भी लोगों को रोजगार मिल रहा है.
2756 योजनाओं को पूरा करने का लक्ष्य
मिली जानकरी के अनुसार जिले में 15 जून से 9 अगस्त तक कुल 2756 योजनाओं को पूरा करने का लक्ष्य है. डीएम अभिषेक सिंह ने मनरेगा योजना में गया जिले के अव्वल स्थान प्राप्त करने पर उत्साह बढ़ाते हुए कहा है कि लगन और परिश्रम से काम करने से सफलता मिलती ही है. इसका जीता जागता उदाहरण है कि गया पूरे जिले में अव्वल आया है.
दूसरे नंबर पर दरभंगा और तीसरे स्थान औरंगाबाद
आपको बता दें कि मनरेगा योजना में गया में कुल 88320 मजदूरों को रोजगार मिला है. वहीं, दूसरे नंबर पर दरभंगा है जहां मनरेगा योजना में 81341 मजदूरों को रोजगार मिला है. जबकि तीसरे नंबर पर औरंगाबाद है जहां 66563 मजदूरों को रोजगार मिला है.