गया: अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल में कोविड को 3 वार्ड बनाये गए हैं. इस अस्पताल के कोविड वार्ड में भर्ती मरीज से पैसा वसूलने मामला सामने आया है. मरीज ने लिखित रूप से शिकायत कंट्रोल रूम की है, शिकायत मिलने पर अस्पताल प्रशासन ने मगध मेडिकल थाना में शिकायत दर्ज करवाया है.
दरअसल, कोरोना होने से ऐसे ही मरीज काफी तनाव में रहता है. ऊपर से उससे अस्पताल के बेड से अवैध वसूली की जाए तो उस पर क्या बीतेगा. गया के अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल में ऐसे ही एक कोरोना मरीज के साथ किया गया. मरीज को तीन दिन में कोरोना पॉजिटिव से निगेटिव करने के लिए पेटीएम के जरिये 2400 रुपये की उगाही किया है.
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ठगी के शिकार मरीज ने कंट्रोल रूम को चिट्ठी लिख कर पैसे की बरामदगी की गुहार लगाई है. इस संबंध में डॉ हरिश्चंद्र हरि ने बताया कि इस मामले की जांच अस्पताल प्रशासन और पुलिस भी कर रही है. चिट्ठी में मरीज ने लिखा है कि कि बुधवार को 3 बजे भर्ती हुआ. करीब एक घंटे बाद इलाज करने के लिए एक डॉक्टर आया. उन्होंने अपना नाम डॉ. ओमकार बताया. डॉक्टर ने मरीज से कहा कि आपको 3 इंजेक्शन और बाहर की दवा दुकान से मंगवाने पड़ेंगे. इंजेक्शन का पैसा पेटीएम के माध्यम से भुगतना करना होगा.
'3 इंजेक्शन से 3 दिनों में नेगेटिव'
मरीज ने यह भी दावा किया है कि डॉक्टर ने कहा कि 3 इंजेक्शन से 3 दिनों में स्वस्थ हो जाएंगे. मतलब निगेटिव हो जाएंगे. मरीज को इतना बताकर वह बाहर चले गए और साढ़े 5 बजे इंजेक्शन का एक रैपर भेजा, जिसमें सूई की एमआरपी प्रिंट थी. उसे मरीज के मोबाइल नंबर पर व्हाट्सएप किया. साथ ही उसने खाता नंबर भी दिया था इसके बाद करीब 6 बजे मरीज ने कुमार ने डॉ ओमकार के खाता नंबर पर पैसा ट्रांसफर कर दिया। पैसे ट्रांसफर किए जाने के बाद से अब तक वह व्यक्ति वार्ड में वापस नहीं लौटा है। न ही उसे किसी प्रकार का कोई इंजेक्शन ही दिया गया है.
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बता दें कि कोरोना वार्ड में कोई भी डॉ ओमकार नहीं है. पूर्व में भी कोरोना वार्ड में कोरोना मरीज के साथ यौनाचार हो चुका है, जिसके चलते पीड़ित मरीज का मौत भी हो गयी थी. फिर भी अस्पताल प्रशासन ने कोविड वार्ड की सुरक्षा और व्यवस्था में लापरवाही बरत रहा है.