गया: जिले के बाराचट्टी प्रखण्ड के कृषि कार्यालय ने किसानों को एक ही प्रभेद शंकर धान उपलब्ध कराया है, इसको लेकर बुमेर पंचायत के पूर्व मुखिया और राजद कार्यकर्ता राजकुमार यादव ने कई मांग रखी है. उन्होंने कहा कि बाराचट्टी प्रखण्ड के किसानों को सरकार बाराचट्टी कृषि कार्यालय ने शकंर धान के एक ही प्रभेद यानी 6444 गोल्ड ही सूची में जारी किया गया है. इससे किसानों को मजबूरन बाजार से शंकर धान के बीजों को लेना पड़ रहा है.
खड़े किए गए कई सवाल
वर्तमान समय में बाराचट्टी प्रखण्ड कृषि कार्यालय में अनुदान पर शंकर धान के एक ही प्रभेद 6444 गोल्ड सूची में जारी किया है, जिसका मूल्य प्रति किलो 350 रुपया रखा गया है. इसमे 100 रुपये प्रति किलो के दर से अनुदान उपलब्ध है, जो कि उसी प्रभेद के धान बाजार भाव में 290 रुपये प्रति किलो मिल रहा है. उन्होंने कहा कि जब बाजार भाव और सरकार भाव में लगभग 50 रुपया का अन्तर पड़ता है तो बाकी राशि किसके खाते में जाता है. जबकी सरकार बार-बार अपनी सफाई दे रहा है कि किसानों को दोगुना मुनाफा दिया जा रहा है. यही सरकार के नीति से किसानों को दोगुना मुनाफा होगा. आखिर क्या कारण है कि एक ही प्रभेद के शंकर धान कृषि कार्यालय से दिया जा रहा है, जबकी शंकर धान में कई प्रभेद है जो कि बाराचट्टी के किसानों को मजबूरन दुकान से खरीदना पड़ रहा है.
शंकर धान के अनेक प्रभेद उपलब्ध कराने की मांग
उन्होंने कहा कि कृषि विभाग से मांग है कि तत्काल शंकर धान के अनेक प्रभेद को प्रखण्ड कृषि कार्यालय में उपलब्ध कराया जाए. इससे किसान समय से अपने धान के बिचड़ा बुआई कर सकेंगे. इसके साथ ही किसानों ने पूर्व के धान बीज के अनुदान राशि कई वर्षों से अभी तक नहीं मिली है, उसे किसानों के खाते में जल्द दिया जाय और वर्तमान समय मे दिया जा रहा शंकर धान बीज के कीमतों को कम किया जाए. इससे किसानों को लाभ मिल सकेगा. इसके साथ ही किसानों का फरवरी माह में असमय वर्षा के कारण गेंहू की फसल बर्बाद हुई है, जिसे प्रखण्ड के किसानों को इनपुट सब्सिडी दिया जाए और किसानों द्वारा भूमि के मालगुजारी राशि को कम किया जाय.
किसानों को भेजी जाए राशि
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना से मिल रहे प्रतिवर्ष 6 हजार रुपये को दोगुना किया जाए. इसके साथ ही सहकारिता विभाग से किसानों से लिया गया खरीफ और रबी फसल ऑनलाइन आवेदन से जांच कराकर किसानों के खाते में राशि भेजी जाए. इसके साथ ही साथ किसानों का कर्ज माफी किया जाए.
शंकर धान तत्काल उपलब्ध कराने की मांग
वहीं पूर्व मुखिया राजकुमार कुमार यादव ने सरकार से मांग करते हुए कहा कि किसानों के साथ हो रहे अत्याचार को सरकार को समझना चाहिए. किसानों को उचित मूल्य के साथ और भी अन्य प्रभेद के शंकर धान की तत्काल उपलब्ध कराया जाय.