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OTA ट्रांसफर पर बोले जीतनराम मांझी- यह गया का नहीं पूरे बिहार का अपमान है - ऑफिसर ट्रेनिंग एकेडमी देहरादून स्थानंतरण

पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने कहा कि ये गया का ही नहीं पूरे बिहार का अपमान है. वहीं, जीतनराम मांझी से पूछा गया कि आपकी पार्टी 12 जनवरी को ओटीए को बचाने के लिए आयोजित मानव श्रृंखला को समर्थन करेगी.

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पूर्व सीएम जीतनराम मांझी
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Published : Dec 27, 2019, 3:01 PM IST

Updated : Dec 27, 2019, 3:56 PM IST

गया: जिले में स्थित ऑफिसर ट्रेनिंग एकेडमी को गया से देहरादून स्थानंतरण कर दिया गया है. गया से ऑफिसर ट्रेनिंग देहरादून स्थित होने पर पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने कहा कि यह गया का ही नहीं बल्कि पूरे बिहार का अपमान है. सीएम नीतीश कुमार को इस बात को सीरीयस रूप में लेना चाहिए.

बता दें कि 2011 में स्थापित ओटीए को आईएमए देहरादून के परिसर में स्थानांतरित कर दिया गया है. जल जीवन हरियाली यात्रा के दौरान गया आये मुख्यमंत्री को जब इसकी जानकारी मिली तो मुख्यमंत्री ने नाराजगी जाहिर करते हुए रक्षा मंत्री को पत्र लिखा था. इसे गया से नहीं हटाया जाए. लेकिन मुख्यमंत्री के पत्र को दरकिनार कर ओटीए को स्थानांतरित कर दिया गया.

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ऑफिसर ट्रेनिंग एकेडमी का स्थानंतरण कर दिया गया

सीएम को लेना चहिए था सीरियस रूप
पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने ईटीवी से बात करते हुए कहा नीतीश कुमार को सोचना चाहिए था कि गया में एक ही ओटीए संस्था था. जिससे यहां के लोगों को फायदा पहुंच रहा था. इसके लिए सीएम नीतीश कुमार ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को पत्र लिखा था. लेकिन उनकी बात नहीं मानी गई. तो मुख्यमंत्री को इस पर सीरियस रूप में लेना चाहिए था.

ओटीए स्थानंतरण पर बोले पूर्व सीएम जीतनराम मांझी

पूरे बिहार का अपमान है
पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने कहा कि यह गया का ही नहीं बल्कि पूरे बिहार का अपमान है. वहीं, जीतनराम मांझी से पूछा गया कि आपकी पार्टी 12 जनवरी को ओटीए को बचाने के लिए आयोजित मानव श्रृंखला को समर्थन करेगी. तो उन्होंने कहा कि मेरी पार्टी ओटीए को बचाने के लिए सभी मुहिम का समर्थन करेगी.

गया: जिले में स्थित ऑफिसर ट्रेनिंग एकेडमी को गया से देहरादून स्थानंतरण कर दिया गया है. गया से ऑफिसर ट्रेनिंग देहरादून स्थित होने पर पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने कहा कि यह गया का ही नहीं बल्कि पूरे बिहार का अपमान है. सीएम नीतीश कुमार को इस बात को सीरीयस रूप में लेना चाहिए.

बता दें कि 2011 में स्थापित ओटीए को आईएमए देहरादून के परिसर में स्थानांतरित कर दिया गया है. जल जीवन हरियाली यात्रा के दौरान गया आये मुख्यमंत्री को जब इसकी जानकारी मिली तो मुख्यमंत्री ने नाराजगी जाहिर करते हुए रक्षा मंत्री को पत्र लिखा था. इसे गया से नहीं हटाया जाए. लेकिन मुख्यमंत्री के पत्र को दरकिनार कर ओटीए को स्थानांतरित कर दिया गया.

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ऑफिसर ट्रेनिंग एकेडमी का स्थानंतरण कर दिया गया

सीएम को लेना चहिए था सीरियस रूप
पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने ईटीवी से बात करते हुए कहा नीतीश कुमार को सोचना चाहिए था कि गया में एक ही ओटीए संस्था था. जिससे यहां के लोगों को फायदा पहुंच रहा था. इसके लिए सीएम नीतीश कुमार ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को पत्र लिखा था. लेकिन उनकी बात नहीं मानी गई. तो मुख्यमंत्री को इस पर सीरियस रूप में लेना चाहिए था.

ओटीए स्थानंतरण पर बोले पूर्व सीएम जीतनराम मांझी

पूरे बिहार का अपमान है
पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने कहा कि यह गया का ही नहीं बल्कि पूरे बिहार का अपमान है. वहीं, जीतनराम मांझी से पूछा गया कि आपकी पार्टी 12 जनवरी को ओटीए को बचाने के लिए आयोजित मानव श्रृंखला को समर्थन करेगी. तो उन्होंने कहा कि मेरी पार्टी ओटीए को बचाने के लिए सभी मुहिम का समर्थन करेगी.

Intro:गया में स्थित ऑफिसर ट्रेनिंग एकेडमी को गया से देहरादून स्थानंतरण कर दिया गया हैं। गया से ओटीए जाने पर पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने कहा बिहार का अपमान है नीतीश कुमार को इसके लिए भाजपा से दो दो हाथ करना चाहिए था।


Body:आपको बता दे 2011 में स्थापित ओटीए को आईएमए देहरादून के परिसर में स्थानांतरित कर दिया गया है। जल जीवन हरियाली यात्रा के दौरान गया आये मुख्यमंत्री को जब इसका जानकारी मिला ओटीए को गया से स्थानांतरित कर दिया गया , मुख्यमंत्री ने नाराजगी जाहिर करते हुए रक्षा मंत्री को पत्र लिखा था इसे गया से नही हटाया जाए। लेकिन मुख्यमंत्री के पत्र को दरकिनार कर ओटीए को स्थानांतरित कर दिया गया। इस पर पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा भाजपा के लोग से मुख्यमंत्री को दो दो हाथ करना चाहिए था। गया से ओटीए जाना ये बिहार का अपमान है।

vo:1 पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने ईटीवी से बात करते हुए कहा नीतिश कुमार को सोचना चाहिए था , गया में एक संस्था ओटीए था जिससे यहां के लोगो के फायदा पहुँच रहा है।मुख्यमंत्री ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को पत्र लिखा , लेकिन उनके बात को नही मानेगी तो मुख्यमंत्री को इसको सीरियस रूप में लेना चाहिए,सोचना चाहिए भाजपा के लोग उनको किस प्रकार का सहयोग कर रहे हैं। ओटीए को रखने के लिए मुख्यमंत्री को भाजपा से दो दो हाथ करना चाहिए लड़ जाना चाहिए , ये गया का ही नही पूरे बिहार का अपमान है।

vo:2 पूर्व मुख्यमंत्री से सवाल पूछा गया आपकी पार्टी 12 जनवरी को save ota के लिए आयोजित मानव श्रृंखला को समर्थन करेंगे ,उन्होंने कहा मेरी पार्टी ओटीए बचाने के लिए सभी मुहिम का समर्थन करेगा।


Conclusion:बहरहाल ओटीए जाने के पूरी कागजात कारवाई कर ली गयी हैं अब देखना होगा शहरवासियों के मुहिम और विपक्ष के नेताओं के बयान से क्या असर पड़ेगा बिहार खासकर मगध के राजनीति में।
Last Updated : Dec 27, 2019, 3:56 PM IST
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