गया : बिहार के गया में मोर्टार के गोले से एक ही परिवार के 3 लोगों की मौत 8 मार्च को हो गई थी. इस मामले की वास्तविकता जानने के लिए गया जिला प्रशासन द्वारा फॉरेंसिक जांच सहित पांच उच्चस्तरीय टीम का गठन किया गया है. इस क्रम में एफएसएल की टीम ने घटनास्थल पर पहुंचकर जांच की और साक्ष्य जुटाए (Forensic team collected evidence in Gaya) हैं.
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8 मार्च को हुई थी घटना : गया जिले के बाराचट्टी थाना अंतर्गत गूलरवेद गांव में 8 मार्च को मोर्टार के गोला से एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत का मामला सामने आया था. हालांकि, इस मामले को लेकर ग्रामीणों और आर्मी के अधिकारियों के अलग-अलग बयान आ रहे हैं. ग्रामीणों का कहना है कि सेना की फायरिंग अभ्यास के दौरान मोर्टार का गोला एक घर में गिरा था, जिससे तीन की मौत हो गई. वहीं, भारतीय सेना की ओर से स्पष्ट किया गया है कि 8 मार्च को देवरी डुमरी फील्ड फायरिंग रेंज में मोर्टार की फायरिंग नहीं की गई थी.
वास्तविकता जानने के लिए हो रही उच्च स्तरीय जांच : वास्तविकता जानने के लिए जिला प्रशासन द्वारा उच्च स्तरीय जांच हो रही है, जिसके लिए फॉरेंसिक टीम समेत पांच उच्चस्तरीय टीम का गठन किया गया है. टीम की जांच से घटना के पहलू सामने आ सकेंगे. हालांकि भारतीय सेना की ओर से हर प्रकार की जांच में सहयोग करने की बातें भी स्पष्ट की गई है. वहीं, यह भी कहा गया है, कि यह एक मोर्टार ब्लाइंड शेल की गैरकानूनी तरीके से इकट्ठा करने का मामला हो सकता है, जो संभवत पूर्व में किसी दिन किया गया हो.
''बाराचट्टी थाना अंतर्गत गूलरवेद गांव जाकर मामले की जांच की गयी है. प्रभावित लोगों के परिजनों से घटना के संबंध में जानकारी प्राप्त की गई है. फिलहाल तत्काल फायरिंग प्रैक्टिस पर रोक लगाई गई है. पटना एफएसएल की टीम के द्वारा घटनास्थल पर पहुंचकर जांच की गई है.''- आशीष भारती, एसएसपी, गया