गयाः बिहार के गया में कोरोना विस्फोट (Foreigner Corona Positive Patients Found In Gaya) हुआ है. यहां चार विदेशी लोग कोरोना पॉजिटिव (Corona virus In Bihar) मिले हैं. जिसमें एक थाईलैंड, दो इंग्लैंड और एक म्यांमार के हैं. दरअसल गया में बौद्ध धर्मगुरु दलाई लामा का कार्यक्रम चल रहा है, जिसमें विदेशियों के आने का सिलसिला जारी है. यहां 29, 30 और 31 को बौद्ध धर्म गुरु दलाई लामा का प्रवचन है. इसे देखते हुए सभी लोगों की एयरपोर्ट पर ही आरटीपीसीआर जांच की जा रही है, इसी जांच के दौरान रविवार को गया में 4 लोग कोरोना संक्रमित पाए गए.
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सभी को किया गया आइसोलेटः गया एयरपोर्ट पर रविवार को हुई आरटीपीसीआर जांच के बाद यह बात सामने आई है. गया एयरपोर्ट पर 2 से 5 परसेंट विदेशियों की कोरोना को लेकर आरटीपीसीआर जांच होती है. कोरोना पॉजिटिव सभी मरीजों को आइसोलेट कर दिया गया है, जिस होटल में उन्होंने बुकिंग कराई थी, उसी में उन्हें आइसोलेट किया गया है. इस संबंध में गया के सिविल सर्जन रंजन सिंह ने बताया कि 4 विदेशी कोरोना पॉजिटिव मिले हैं. आरटीपीसीआर जांच रिपोर्ट में यह सामने आया है, इसमें अधिकांश गंभीर नहीं हैं, लेकिन तमाम एहतियात बरतते हुए उनका इलाज किया जा रहा है. इसमें थाईलैंड और म्यांमार के नागरिक शामिल हैं. 3 दिन पहले यूके का भी एक विदेशी कोरोना पॉजिटिव मिला था, इस तरह गया में 7 दिनों में पांच पॉजिटिव मरीज मिल चुके हैं, हालांकि यूके का मरीज अब निगेटिव हो चुका है.
"4 विदेशी लोग कोरोना पॉजिटिव मिले हैं. आरटीपीसीआर जांच रिपोर्ट में उनकी पहचान हुई. इसमें अधिकांश गंभीर नहीं हैं, लेकिन तमाम एहतियात बरतते हुए उनका इलाज किया जा रहा है. इसमें थाई समेत विभिन्न देशों के विदेशी हैं. सभी को उनके द्वारा बुक कराए गए होटल में आइसोलेट कर दिया गया है."- रंजन सिंह, सिविल सर्जन
29 दिसंबर से शुरू है दलाई लामा की टीचिंगः दरअसल बौद्ध धर्मगुरु दलाई लामा इन दिनों बोधगया में प्रवास कर रहे हैं. उनका टीचिंग प्रोग्राम 29, 30 और 31 दिसंबर को आयोजित है, जिसमें देश-विदेश के करीब 60 हजार से अधिक बौद्ध श्रद्धालु भाग लेंगे. उनके कार्यक्रम को देखते हुए कोरोना को लेकर पहले ही अलर्ट जारी किया गया है और अब 4 पॉजिटिव मरीज मिलने के बाद जिले में हाई अलर्ट करते हुए कोरोना जांच में बढ़ोतरी कर दी गई है.
टीचिंग कार्यक्रम हो सकता है प्रभावितः मिल रही जानकारी के मुताबिक यदि इसी तरह कोरोना पॉजिटिव मिलते रहे तो बौद्ध धर्म गुरु दलाई लामा का टीचिंग कार्यक्रम प्रभावित हो सकता है. पहले से ही संभावना जताई जा रही थी, कि जिस तरह से कई दूसरे देशों में कोरोना तेजी से फैल रहा है. उससे हजारों विदेशियों के गया-बोधगया आने से इसका फैलाव हो सकता है. अब जबकि 4 पॉजिटिव मिले हैं, तो इसे लेकर अब स्वास्थ्य विभाग को अलर्ट कर दिया गया है.
राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों को निर्देशः अपको बता दें कि इससे पहले ही शुक्रवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने कोविड-19 की स्थिति और तैयारियों पर राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ बैठक की थी, जिसमें बिहार स्वास्थय मंत्री तेजस्वी यादव भी मौजूद थे. इस दौरान केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने राज्यों को सतर्क रहने और कोविड-19 प्रबंधन के लिए सभी तैयारियां रखने की सलाह दी. साथ ही उन्होंने कहा कि कोरोना को हराने के लिए केंद्र और राज्यों को सहयोगात्मक भावना से काम करने की जरूरत है. उन्होंने ये भी कहा कि सभी राज्य निगरानी प्रणाली मजबूत करें. कोविड के टेस्ट तेजी से करें और अस्पताल के बुनियादी ढांचे की तैयारी सुनिश्चित करें.
अस्पतालों में बेड रिजर्व रखने के निर्देश: वहीं, बिहार स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने निर्देश दिया है कि अभी के समय जो भी पॉजिटिव सैंपल आ रहे हैं, उनका जिनोम सीक्वेंसिंग आईजीआईएमएस में कराना सुनिश्चित किया जाए. साथ ही उन्होंने मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में कुछ बेड कोरोना मरीजों के लिए रिजर्व रखने का निर्देश दिए हैं. हालांकि प्रत्यय अमृत ने कहा है कि अभी डरने की जरूरत नहीं है, पर इस स्थिति को देखते हुए तैयार रहने की आवश्यकता है. पटना एयरपोर्ट, पटना जंक्शन पर एक बार फिर से कोरोना जांच टीम को सक्रिय कर दिया गया है. बाहर से आने वाले यात्रियों का रेंडम कोविड टेस्ट करने का स्वास्थ्य विभाग द्वारा निर्देश दिया गया है.
फिर सताने लगा कोरोना का डरः आपको बता दें कि चीन में कोरोना के नए वैरिएंट ने लाखों लोगों को संक्रमित किया है. यह ओमिक्रॉन का नया वैरिएंट है. इसका नाम बीएफ.7 है. यह वैरिएंट अक्टूबर महीने में भारत में भी मिला था और अब 4 मरीज और गया में मिले हैं. इसे ओमिक्रॉन स्पॉन भी कहा जाता है. जिसमें उच्च संप्रेषणीयता है, स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, ऐसा इसलिए है क्योंकि नया वैरिएंट जल्दी से उस प्रतिरक्षा को दरकिनार कर देता है जो किसी व्यक्ति ने पहले वाले वैरिएंट के साथ प्राकृतिक संक्रमण के माध्यम से विकसित किया है और भले ही टीकों की सभी डोज लग चुकी हों.
नए वैरिएंट बीएफ.7 के लक्षणः नए बीएफ.7 सब-वैरिएंट (Omicron Subvariants BF7) के लक्षण सामान्य फ्लू के समान हैं और इसमें सर्दी, खांसी, बुखार, शरीर में दर्द आदि शामिल हैं. चूंकि यह अत्यधिक संक्रामक है, यह कम अवधि के भीतर लोगों के एक बड़े समूह में फैल जाता है. विशेषज्ञों का कहना है कि सार्वजनिक स्थानों पर सावधानी बरतना महत्वपूर्ण है, लोग थोड़े लापरवाह हो गए हैं क्योंकि कोविड-19 के दौरान बनाए गए कई नियमों को हटा दिया गया है. इसलिए, अब यह महत्वपूर्ण है कि हम कम से कम बुनियादी उपायों का पालन करें.