गया: अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल में दो जुलाई से एईएस/जेई से 51 संदिग्ध मरीज भर्ती हुए हैं. इनमें से अब तक 14 मरीजों की मौत इलाज के दौरान हो चुकी है. इसपर डीएम ने कहा है कि अब स्थिति कंट्रोल में है. जिला प्रशासन और अस्पताल प्रबंधन हर स्तर पर कार्य कर रहा है.
आठ मरीज JE पॉजिटिव
जिलाधिकारी अभिषेक सिंह ने बताया कि आठ मरीज जेई पॉजिटिव पाए गए हैं. जिनमें दो मरीज एईएस के पाए गए हैं, जबकि 22 संदिग्ध एईएस के मरीज हैं. इस दौरान 17 मरीज स्वस्थ होकर अपने घर चले गए. जबकि 14 मरीजों का इलाज अभी जारी है. वहीं, पांच मरीज ऐसे होंगे जो बिना बताए चले गए हैं.
मगध मेडिकल कॉलेज में बेहतर व्यवस्था
डीएम ने बताया कि मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल में इलाज की बेहतर व्यवस्था है. 60 बेड एईएस/जेई संदिग्ध मरीजों के लिए सुरक्षित रखे गए हैं. जिसमें 30 बेड आईसीयू का है. मरीजों के इलाज के लिए पटना से भी डॉक्टर आये हैं. साथ ही सदर अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को ट्रेनिंग दिया गया है कि एईएस/जेई संदिग्ध मरीजों का इलाज कैसे करना है.
ग्राम सभा का किया गया आयोजन
जिलाधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि 12, 13 और 14 जुलाई को एईएस/जेई के बारे में जानकारी देने के लिए ग्राम सभा का भी आयोजन किया गया था. इसमें एईएस/जेई से बचाव के उपाय, लक्षण के बारे में बताया गया. उन्होंने कहा कि अभी गया में स्थिति नियंत्रित है.
DM ने किया लोगों से अपील
लोगों से अपील करते हुए डीएम ने कहा कि सभी अपने आसपास स्वच्छता बनाए रखें. बारिश के दिनों में बच्चों का विशेष ध्यान रखें, बच्चों को रात में खाना आवश्य खिलाएं. साथ ही चमकी बुखार का लक्षण देखते ही जल्द से जल्द उसे नजदीक के अस्पताल में भर्ती कराएं.