गया: बिहार के गया में बीते शनिवार को हुई मारपीट की घटना में अपराधिक तत्वों ने एक युवक पर बुरी तरह से हमला कर दिया. इस हमले में युवक के सिर के पिछले हिस्से में धारदार हथियार रेती का नुकीला हिस्सा 2 इंच तक जा घुस गया था. इसका इलाज करने से कई निजी किलनिक के डॉक्टरों ने हाथ खड़े कर लिए थे. हालांकि गया में एक निजी क्लीनिक के डॉक्टरों ने 3 घंटे की मेहनत कर सफल ऑपरेशन कर दिया और युवक पूरी तरह से सुरक्षित है.
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डॉक्टरों ने किया सफल ऑपरेशन: बीते शनिवार को 19 साल के प्रिंस कुमार को चिंताजनक हालत में एपी कॉलोनी स्थित अस्पताल में लाया गया था. उसके सिर के पिछले हिस्से में धारदार हथियार रेती घुसा था. हमले में इसके सिर में करीब 2 इंच तक यह जा घुसा था. उसकी स्थिति को देखते हुए अस्पताल के न्यूरो सर्जन डॉक्टर कनिष्क परमार और डॉक्टर गुंजन कुमार ने इसे चुनौती के रूप में लिया और करीब 3 घंटे की मेहनत कर सफल ऑपरेशन कर उसकी जान बचा ली. अब वह पूरी तरह से सुरक्षित है और चलने-फिरने भी लगा है.
गया के बेलागंज में हुई थी घटना: बताया जा रहा कि गया जिले के बेलागंज प्रखंड के पाई बीघा ओपी क्षेत्र में एक शादी समारोह में शामिल होने मेन गांव का युवक प्रिंस कुमार अपनी मां के साथ आया था. शादी समारोह में बराती और सराती पक्ष के लोग भिड़ गए और जमकर मारपीट होने लगी. इस बीच युवक प्रिंस कुमार पर हुए हमले में उसके सिर के पिछले हिस्से में धारदार हथियार रेती से प्रहार किया गया था, जो कि करीब 2 इंच तक सिर में जा घुसा था. उसकी गंभीर स्थिति को देखते हुए अस्पताल ले जाया गया लेकिन कई जगह निजी अस्पताल के डॉक्टरों ने हाथ खड़े कर लिए थे.
युवक की मां हुई बेहोश: युवक प्रिंस के सिर के पिछले हिस्से में जिस तरह से रेती घुसा हुआ था उसे देख उसकी मां बेहोश हो गई थी. वैसे कोई भी व्यक्ति उस स्थिति में देखता तो निश्चित तौर पर वह असहज हो जाता. हालांकि न्यूरो सर्जन डॉ कनिष्क कुमार और डॉक्टर गुंजन कुमार की देखरेख में चले 3 घंटे के ऑपरेशन में उसका सफल इलाज हुआ और आज वह सही सलामत है. डॉक्टर कनिष्क कुमार ने बताया कि 19 साल के एक युवक के सिर के पिछले हिस्से में रेती 2 इंच तक घुसा हुआ था. यह काफी क्रिटिकल केस था लेकिन हमने इसे चुनौती के रूप में लिया और सफल ऑपरेशन कर उसकी जान बचा ली गई. ऑपरेशन करीब 3 घंटे तक चला, अब मरीज की हालत बिल्कुल ठीक है और वह बातचीत के अलावा चल भी सकता है.
"19 साल के एक युवक के सिर के पिछले हिस्से में रेती 2 इंच तक घुसा हुआ था. यह काफी क्रिटिकल केस था लेकिन हमने इसे चुनौती के रूप में लिया और सफल ऑपरेशन कर उसकी जान बचा ली गई. ऑपरेशन करीब 3 घंटे तक चला, अब मरीज की हालत बिल्कुल ठीक है और वह बातचीत के अलावा चल भी सकता है."-डॉ कनिष्क कुमार, न्यूरो सर्जन, अर्श हॉस्पिटल