गयाः बिहार के गया में डीएम त्यागराजन एसएम ने जिले के सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारियों के साथ बैठक की. इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई. साथ ही नक्सल प्रभावित इलाकों विद्यालयों की स्थिति को लेकर उन्होंने कार्रवाई की हिदायत दी. डीएम ने कहा कि नक्सल प्रभावित क्षेत्र जो कि अब नक्सलियों से प्रभावित नहीं हैं, इन इलाकों में रहे कई विद्यालयों से बालू और दारू का कारोबार चलाया जाता है. ऐसी सूचना हमेशा मिल रही है.
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शिक्षा व्यवस्था को लेकर हुई बैठकः जिला पदाधिकारी डॉक्टर त्यागराजन एसएम ने जिले के सभी शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की. इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को सख्त हिदायत दी कि व्यवस्था में सुधार कर लें, अन्यथा कार्रवाई की गाज गिरेगी. जिला पदाधिकारी ने बैठक में कहा कि निरीक्षण के दौरान विद्यालयों के प्रायः बंद पाये जाने का मामला संज्ञान में आया है. इन विद्यालयों में शिक्षक व प्रधानाध्यापक नहीं जाते हैं, जिसके कारण इस क्षेत्र के बच्चों को मुख्यधारा में जोड़ने की सरकार की योजना धरातल पर नजर नहीं आ रही है.
"किसी विद्यालय में बालू का भंडारण कर बालू की बिक्री हो रही है तो कहीं शराब भी बेचे जाने का मामला प्रकाश में आया है, जिससे स्पष्ट होता है कि शिक्षा विभाग के पदाधिकारियों द्वारा सुदूरवर्ती ग्रामीण क्षेत्रों के विद्यालयों का नियमित भ्रगण नहीं किया जाता है. प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी ही मुख्यालय में नहीं रहते हैं, तो कैसे सुधरेगी शिक्षा व्यवस्था"- त्यागराजन एसएम, डीएम
बीईओ पैसे लेकर करते हैं प्रतिनियुक्ति: बैठक में डीएम ने कहा कि कई प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी पैसा एवं पैरवी के आधार पर शिक्षकों की अनावश्यक प्रतिनियुक्ति कर रहे हैं और विद्यालय को देखने वाला कोई नहीं है. इस प्रकार की कार्रवाई में संबंधित शिक्षक, प्रधानाध्यापक तथा प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी की संलिप्तता मानते हुए निलंबन के साथ-साथ प्राथमिकी दर्ज करने की कार्रवाई की जाएगी. जिला पदाधिकारी ने कहा कि प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी के साथ-साथ जिला स्तरीय पदाधिकारी प्रत्येक बुधवार एवं गुरूवार को निश्चित रूप से विद्यालयों का भ्रमण करें और यह सुनिश्चित करें कि सभी शिक्षक ससमय विद्यालय में उपस्थित होकर बच्चों की पढ़ाई करवा रहे हैं या नहीं. बच्चों की नियमित पढ़ाई प्राथमिकता में रहनी चाहिए.
जिला पदाधिकारी ने दी अधिकारियों को चेतावनीः जिला पदाधिकारी ने उपस्थित सभी पदाधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि विद्यालय निरीक्षण के नाम पर किसी प्रकार की राशि वसूली का खेल की जानकारी प्राप्त होगी तो संबंधित पदाधिकारी पर कार्रवाई की जाएगी. जिला स्थापना शाखा में सेवा निवृत्त शिक्षकों से सेवांत लाभ, वेतन विमुक्ति इत्यादि के नाम पर उगाही किए जाने का भी मामला संज्ञान में आया है, जो अस्वीकार्य है. वैसे प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी जो प्रखंड विकास पदाधिकारी के आदेशों का अनुपालन नहीं करते हैं, प्रखंड स्तर पर आयोजित बैठक में भाग नहीं लेते हैं और आपदा संबंधी कार्यों के निष्पादन में सहयोग नहीं करते हैं, उन पर भी कार्रवाई की जाएगी. किसी भी स्तर पर शिथिलता बर्दाशत नहीं की जाएगी. बैठक में जिला कार्यक्रम पदाधिकारी एवं सर्व शिक्षा अभियान असगर आलम खां के अलावा सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी और समग्र शिक्षा अभियान के कर्मी उपस्थित थे.