गया: जिले के डोभी प्रखंड में डायरिया की चपेट में आने से दो लोगों की मौत हो गई है. साथ ही गांव में लगभग 50 लोग इस बीमारी से पीड़ित है. वहीं, जिला प्रशासन की ओर से गांव के सामुदायिक भवन में स्वास्थ्य कैम्प लगाकर सभी का इलाज किया जा रहा है.
गांव में लगया गया है कैम्प
जिले के डोभी प्रखंड के पंचरत्न पंचायत बाड़ी केवाल गांव में छठ पूजा के आखिरी दिन से कई लोगो को दस्त और उल्टी होने लगा. इसके बाद दर्जन से अधिक लोग डायरिया के चपेट में आ गए. जिला स्वास्थ्य विभाग को सूचना मिलते ही गांव में अगले दिन से कैम्प लगाया गया, गंभीर मरीज को इलाज के लिए अनुमंडल अस्पताल भेजा दिया गया. वहीं, ये बीमारी सिर्फ एक गांव में एक साथ इतने लोगों में कैसे फैला, इसका जवाब किसी के पास नहीं है.
गंभीर मरीज को किया गया पटना रेफर
ग्रामीण गुरुचरण ने बताया अभी तक 50 लोग से ज्यादा डायरिया बीमारी के शिकार हो चुके है. साथ ही दो लोगों की मौत मौत भी हो चुकी है. उन्होंने कहा कि एक गंभीर मरीज को पटना रेफर कर दिया गया. वहीं, लोगों का कहा कि गांव में इतने लोग कैसे और क्यों हुआ पता नहीं चल पा रहा है.
एक ही परिवार में दो लोग पीड़ित
ग्रामीण बाल कृष्ण यादव ने बताया मेरे घर में दो लोग पिताजी और मेरी छोटी बेटी डायरिया से पीड़ित थे. उन्होंने कहा कि पिताजी का इलाज गांव के कैम्प हुआ. इसके बाद यहां स्वास्थ्य में सुधार नहीं होने पर उन्हें सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया. लेकिन वहां भी ठीक नहीं हो पया और उनकी मौत हो गई. वहीं, बेटी की हालात अब ठीक है.
दूषित खाना खाने से हुआ बिमारी
ग्रामीण डॉक्टर संतोष कुमार ने बताया कि दूषित खाना खाने से लोगों को ये बीमारी हुआ है. उन्होंने कहा कि रासायनिक और मिलावटी रिफाइन और डालडा से बना खाद्य प्रदार्थ खाने से लोगों को यह बीमारी फैली है.