गया: गया में विश्व प्रसिद्ध पितृपक्ष मेला शुरू हो गया है, जो 17 दिन तक चलेगा. इस मेला का उद्घाटन डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने किया. इस अवसर पर देश-विदेश से हजारों की संख्या में पिंडदानी मोक्षधाम पहुंचने लगे हैं.
विश्व प्रसिद्ध पितृपक्ष मेला का उद्घाटन करने सुशील मोदी गया पहुंचे. वहां सुशील मोदी ने विष्णुपद मंदिर में पूजा की. मेला अश्विन कृष्णपक्ष की प्रतिपदा से शुरू होकर अमावस्या तक चलता है. इस बार पितृपक्ष मेला 28 सितंबर तक रहेगा. इस अवसर पर कई राजनीतिक दिग्गज पहुंचे.
हिंदू मान्यताओं में है विशेष महत्व
हिंदू मान्यताओं के अनुसार इन दिनों पूर्वज हमारे घर में रहेंगे और तर्पण के माध्यम से तृप्त होंगे. कहा जाता है कि पुत्र का पुत्रत्व तभी सार्थक होता है, जब वह अपने जीवन काल में जीवित माता-पिता की सेवा करे और उनके मरणोपरांत मृत्यु तिथि और महालय (पितृपक्ष) में विधिवत श्राद्ध करे.
गया में ही क्यों पिंडदान?
गया को विष्णु का नगर माना जाता है, जिसे लोग विष्णु पद के नाम से भी जानते हैं. यह मोक्ष की भूमि कहलाती है. विष्णु पुराण के अनुसार यहां पूर्ण श्रद्धा से पितरों का श्राद्ध करने से उन्हें मोक्ष मिलती है. मान्यता है कि गया में भगवान विष्णु स्वयं पितृ देवता के रूप में उपस्थित रहते हैं, इसलिए इसे पितृ तीर्थ भी कहते हैं.
भगवान राम ने भी यहां किया था पिंडदान
ऐसी मान्यताएं हैं कि त्रेता युग में भगवान राम, लक्ष्मण और सीता भी राजा दशरथ के पिंडदान के लिए यहीं आये थे. यही कारण है कि आज पूरी दुनिया अपने पूर्वजों के मोक्ष के लिए यहां आती है.