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गया: OTA स्थानांतरण के विरोध में प्रदर्शन, फूंका गया PM और रक्षा मंत्री का पुतला

ईटीवी भारत संवादादता से बात करते हुए समिति के संयोजक ने बताया कि ओटीए गया का स्थानंतरण आईएमए देहरादून में कर दिया गया है. जिसको लेकर जिला और पूरे प्रदेश भर के लोग आहत हैं. आफिसर्स प्रशिक्षण अकादमी को बचाने के लिए हर संभव कदम उठाया जाएगा

OTA स्थानांतरण के खिलाफ प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री का पुतला फूंका
OTA स्थानांतरण के खिलाफ प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री का पुतला फूंका
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Published : Dec 23, 2019, 6:28 AM IST

गया: जिले से आफिसर्स प्रशिक्षण अकादमी स्थानांतरण के विरोध में टावर चौक पर ओटीए बचाओ संघर्ष समिति ने प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री का पुतला फूंका. इस विरोध-प्रदर्शन का नेतृत्व समिति के संयोजक विजय कुमार मिठ्ठू कर रहे थे. मौके पर सैकड़ो लोगों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.

ईटीवी भारत संवादादता से बात करते हुए समिति के संयोजक विजय कुमार मिठ्ठू ने बताया कि ओटीए गया का स्थानंतरण आईएमए देहरादून में कर दिया गया है. जिसको लेकर जिला और पूरे प्रदेश भर के लोग आहत हैं. उन्होंने बताया कि समिति ने ओटीए का स्थानांतरण को लेकर दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरना देकर रक्षा मंत्री को ज्ञापन सौंपा था. लेकिन सरकार ने इस मामले पर कोई ध्यान नहीं दिया था.

रक्षा मंत्री का पुतला फुंकते हुए समिति के संयोजक
रक्षा मंत्री का पुतला फुंकते हुए समिति के संयोजक

'बचाने के लिए उठाया जाएगा हर संभव कदम'
इस बाबत संघर्ष समिति के संयोजक ने कहा कि आफिसर्स प्रशिक्षण अकादमी को बचाने के लिए हर संभव कदम उठाया जाएगा. उन्होंने प्रदेश के सभी राजनीतिक दलों और सामाजिक संगठनों का आह्वान करते हुए कहा कि ओटीए गया को बचाने के लिए सभी दल एक साथ मंच पर आए.

OTA स्थानांतरण के खिलाफ प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री का पुतला फूंका

800 करोड़ हुए थे खर्च
आफिसर्स के लिए बनाए गए इस प्रशिक्षण अकादमी में भारत के साथ-साथ श्रीलंका, वियतनाम और भूटान जैसे देशों के युवकों को प्रशिक्षण देकर आफिसर्स के लिए तैयार गया था. इस आकादमी को सशक्त, समृद्ध और बेहतर बनाने के लिए रक्षा मंत्रालय ने 800 करोड़ रुपये खर्च किए थे.

ओटीए बचाओ संधर्ष समिति
विजय कुमार मिठ्ठू, संयोजक ओटीए बचाओ संधर्ष समिति

1976 में हुई थी स्थापना
गौरतलब है कि साल 1976 में देश के तत्कालिक रक्षा मंत्री जगजीवन राम एएससी नॉर्थ की स्थापनी की थी. इस स्थल पर उस समय से लेकर वर्तमान तक हजारों पेड़-पौधे लगाए गए, जिससे शहर के जलवायु में काफी बदलाव हुआ. 2011 में तत्कालिक रक्षा मंत्री एके एंटनी ने एएससी नॉर्थ को हटाकर ओटीए की स्थापना को मंजूरी दी थी. इसके 8 साल बाद अब इसे बंद कर आइएमए देहरादून भेजने की तैयारी चल रही है.

ओटीए बचाओ संधर्ष समिति
प्रदर्शन करते हुए ओटीए बचाओ संधर्ष समिति के कार्यकर्ता

गया: जिले से आफिसर्स प्रशिक्षण अकादमी स्थानांतरण के विरोध में टावर चौक पर ओटीए बचाओ संघर्ष समिति ने प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री का पुतला फूंका. इस विरोध-प्रदर्शन का नेतृत्व समिति के संयोजक विजय कुमार मिठ्ठू कर रहे थे. मौके पर सैकड़ो लोगों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.

ईटीवी भारत संवादादता से बात करते हुए समिति के संयोजक विजय कुमार मिठ्ठू ने बताया कि ओटीए गया का स्थानंतरण आईएमए देहरादून में कर दिया गया है. जिसको लेकर जिला और पूरे प्रदेश भर के लोग आहत हैं. उन्होंने बताया कि समिति ने ओटीए का स्थानांतरण को लेकर दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरना देकर रक्षा मंत्री को ज्ञापन सौंपा था. लेकिन सरकार ने इस मामले पर कोई ध्यान नहीं दिया था.

रक्षा मंत्री का पुतला फुंकते हुए समिति के संयोजक
रक्षा मंत्री का पुतला फुंकते हुए समिति के संयोजक

'बचाने के लिए उठाया जाएगा हर संभव कदम'
इस बाबत संघर्ष समिति के संयोजक ने कहा कि आफिसर्स प्रशिक्षण अकादमी को बचाने के लिए हर संभव कदम उठाया जाएगा. उन्होंने प्रदेश के सभी राजनीतिक दलों और सामाजिक संगठनों का आह्वान करते हुए कहा कि ओटीए गया को बचाने के लिए सभी दल एक साथ मंच पर आए.

OTA स्थानांतरण के खिलाफ प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री का पुतला फूंका

800 करोड़ हुए थे खर्च
आफिसर्स के लिए बनाए गए इस प्रशिक्षण अकादमी में भारत के साथ-साथ श्रीलंका, वियतनाम और भूटान जैसे देशों के युवकों को प्रशिक्षण देकर आफिसर्स के लिए तैयार गया था. इस आकादमी को सशक्त, समृद्ध और बेहतर बनाने के लिए रक्षा मंत्रालय ने 800 करोड़ रुपये खर्च किए थे.

ओटीए बचाओ संधर्ष समिति
विजय कुमार मिठ्ठू, संयोजक ओटीए बचाओ संधर्ष समिति

1976 में हुई थी स्थापना
गौरतलब है कि साल 1976 में देश के तत्कालिक रक्षा मंत्री जगजीवन राम एएससी नॉर्थ की स्थापनी की थी. इस स्थल पर उस समय से लेकर वर्तमान तक हजारों पेड़-पौधे लगाए गए, जिससे शहर के जलवायु में काफी बदलाव हुआ. 2011 में तत्कालिक रक्षा मंत्री एके एंटनी ने एएससी नॉर्थ को हटाकर ओटीए की स्थापना को मंजूरी दी थी. इसके 8 साल बाद अब इसे बंद कर आइएमए देहरादून भेजने की तैयारी चल रही है.

ओटीए बचाओ संधर्ष समिति
प्रदर्शन करते हुए ओटीए बचाओ संधर्ष समिति के कार्यकर्ता
Intro:ओटीए गया के स्थानांतरण के विरोध में गया के टावर चौक पर ओटीए गया बचाओ सँघर्ष समिति ने प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री का पुतला फूंका।


Body:ओटीए बचाओ सँघर्ष समिति के संयोजक विजय कुमार मिठ्ठू ने बताया ओटीए गया का स्थानंतरण आईएमए देहरादून में कर दिया गया है हमलोग इसके विरोध में प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री का पुतला दहन किया।

मुख्यमंत्री के आग्रह को दरकिनार कर ,गया के आम जन के भावनाओ को ठेस पहुंचाकर ये फैसला केंद्र सरकार ने लिया है। ओटीए बचाओ सँघर्ष समिति ने ओटीए को गया से स्थानांतरित नही करने के दिल्ली के जंतर मंतर पर धरना देकर रक्षा मंत्री को ज्ञापन सौफा था।

ओटीए को गया में ही स्थापित रहे हैं इसके लिए सभी राजनीतिक दलों और समाजिक संगठन को एक मंच पर बुलाकर आगे रणनीति बनाये गए,जरूरत पड़ने पर गया भी बन्द करेगें


Conclusion:ओटीए गया 2011 में स्थापित हुआ था, उसे पहले आर्मी कैंट था उसके जगह पर ओटीए को लाया गया था अब ओटीए के जगह यूपी से सिख रिजेमेंट लाने का योजना है।
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