गया: जिले से आफिसर्स प्रशिक्षण अकादमी स्थानांतरण के विरोध में टावर चौक पर ओटीए बचाओ संघर्ष समिति ने प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री का पुतला फूंका. इस विरोध-प्रदर्शन का नेतृत्व समिति के संयोजक विजय कुमार मिठ्ठू कर रहे थे. मौके पर सैकड़ो लोगों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
ईटीवी भारत संवादादता से बात करते हुए समिति के संयोजक विजय कुमार मिठ्ठू ने बताया कि ओटीए गया का स्थानंतरण आईएमए देहरादून में कर दिया गया है. जिसको लेकर जिला और पूरे प्रदेश भर के लोग आहत हैं. उन्होंने बताया कि समिति ने ओटीए का स्थानांतरण को लेकर दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरना देकर रक्षा मंत्री को ज्ञापन सौंपा था. लेकिन सरकार ने इस मामले पर कोई ध्यान नहीं दिया था.
'बचाने के लिए उठाया जाएगा हर संभव कदम'
इस बाबत संघर्ष समिति के संयोजक ने कहा कि आफिसर्स प्रशिक्षण अकादमी को बचाने के लिए हर संभव कदम उठाया जाएगा. उन्होंने प्रदेश के सभी राजनीतिक दलों और सामाजिक संगठनों का आह्वान करते हुए कहा कि ओटीए गया को बचाने के लिए सभी दल एक साथ मंच पर आए.
800 करोड़ हुए थे खर्च
आफिसर्स के लिए बनाए गए इस प्रशिक्षण अकादमी में भारत के साथ-साथ श्रीलंका, वियतनाम और भूटान जैसे देशों के युवकों को प्रशिक्षण देकर आफिसर्स के लिए तैयार गया था. इस आकादमी को सशक्त, समृद्ध और बेहतर बनाने के लिए रक्षा मंत्रालय ने 800 करोड़ रुपये खर्च किए थे.
1976 में हुई थी स्थापना
गौरतलब है कि साल 1976 में देश के तत्कालिक रक्षा मंत्री जगजीवन राम एएससी नॉर्थ की स्थापनी की थी. इस स्थल पर उस समय से लेकर वर्तमान तक हजारों पेड़-पौधे लगाए गए, जिससे शहर के जलवायु में काफी बदलाव हुआ. 2011 में तत्कालिक रक्षा मंत्री एके एंटनी ने एएससी नॉर्थ को हटाकर ओटीए की स्थापना को मंजूरी दी थी. इसके 8 साल बाद अब इसे बंद कर आइएमए देहरादून भेजने की तैयारी चल रही है.