गयाः जिला में दस विधानसभा में तीन लोकसभा क्षेत्र पड़ता है. गया लोकसभा में छह विधानसभा और औरंगाबाद लोकसभा क्षेत्र के तीन विधानसभा क्षेत्र में कल सुबह सात बजे से मतदान शुरू हो जाएगा. जिला प्रशासन ने मतदान को लेकर मतदाता की सुविधा सुरक्षा और निष्पक्ष चुनाव करवाने के लिए क्या तैयारी की गई है ? इसकी जानकारी हमारे संवाददाता ने जिला निर्वाचन पदाधिकारी से ली.
गया लोकसभा क्षेत्र में मतदान की तैयारी को लेकर जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिलाधिकारी अभिषेक सिंह ने बताया कि गया लोकसभा 38 के छः विधानसभा और औरंगाबाद लोकसभा 37 के तीन विधानसभा गया में पड़ते हैं. इन दोनों लोकसभा क्षेत्र में 11 अप्रैल को मतदान होनेवाले हैं. अभी तक जो तैयारी करनी थी वो पूरी हो चुकी है. पोलिंग पर्सन को ट्रेनिंग दी जा चुकी है. कल चुनाव होनेवाले हैं वहां पोलिंग पर्सन,अधिकारी, पुलिस फ़ोर्स और सभी बूथों पर ईवीएम आज पहुंच जाएगा.
इस चुनाव में बढ़ेगा वोटिंग प्रतिशत
चुनाव आयोग का कहना है कि इस बार कोई मतदाता नहीं छुटे, जो मतदाता मतदान केंद्र आने के इच्छुक हैं उसके लिए सारी सुविधा हैं. चाहे वो किसी समुदाय से हों. महिला, दिव्यांग, बुजुर्ग या थर्ड जेंडर हो सभी के लिए विशेष सुविधा दी जाएगी.
इस बार लगभग 49 हजार नए मतदाता हैं. उन तक पहुंचने के लिए स्वीप के तहत मतदाता जागरूकता का कार्य किया गया है. कॉलेजों तक पहुंचकर मतदान की अपील की गई है.
नए मतदाताओं का खास ख्याल
नए मतदाताओं के घर तक मतदाता पर्ची पहुंचा दिया गया है. मतदाता पर्ची पर फ़ोटो, नाम, मतदान स्थल का नाम साथ ही मैप भी उसमें दिया गया है. ताकि नए मतदाता को मतदान केंद्रों पर पहुंचने में आसानी हो. जहां पर पिछले चुनाव में किसी भी कारण से वोटिंग प्रतिशत कम हुआ हो वहां जिला निर्वाचन पदाधिकारी द्वारा मतदाताओं के घर पर पत्र भेजकर वोट करने का अपील किया गया है. 11 अप्रैल कल छठ पूजा है, जो छठ व्रती मतदान केंद्र पर मतदान करने आएंगी उनको लाइन नहीं लगना होगा. वो मतदान केंद्र सीधे जाकर मतदान कर सकती हैं.
क्या होगी सुरक्षा व्यवस्था
सुरक्षा के लिए पारा मिलिट्री फोर्स, बाहर के राज्यों से आये फ़ोर्स और बिहार पुलिस फ़ोर्स को सभी पोलिंग बूथ पर तैनाती कर दी गई है. सभी बूथ ये तीनो फ़ोर्स के सुरक्षा घेरे में रहेगें. साथ ही माइक्रो ऑब्ज़र्वर और वीडियो कास्टिंग की व्यवस्था की गई है. साथ ही चुनाव कार्य में लगाए गए सभी वाहनों में जीपीएस लगाया गया है. ताकि वाहन दिशाहीन हो तो तत्काल इसकी जानकारी मिले.