गयाः बिहार के गया में श्री वैष्णव सिद्ध पीठ नवादा के स्वामी रंंगनाथाचार्य पर जानलेवा हमला हुआ है. इस हमले में स्वामी रंगनाथाचार्य गंभीर रूप से जख्मी हो गए. साधु की कुटिया में घुसे हमलावरों ने कई राउंड गोलियां भी चलाईं, लेकिन धर्म प्रचारक संत बाल-बाल बचे. घटना पंचानपुर ओपी की है.
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चतुर्मास महायज्ञ में आए हुए थे स्वामी: बताया जाता है कि पंचानपुर के रामेश्वर बाग में चतुर्मास महायज्ञ चल रहा है. इस महायज्ञ को कराने स्वामी रंगनाथाचार्य आए हुए हैं और बीते 29 जून से यह महायज्ञ शुरू हुआ है. इस बीच 2 जुलाई की रात को स्वामी रंगनाथाचार्य पर जानलेवा हमले की घटना हुई.
कुटिया में सोने के दौरान हुआ हमलाः इस संबंध में स्वामी रंगनाथाचार्य ने बताया कि वह पंचानपुर के रामेश्वर बाग में चतुर्मास महायज्ञ करा रहे हैं. इस बीच 2 जुलाई की रात्रि को वह कुटिया में सोए थे, तो अचानक अपराधी आए और धारदार हथियार से हमला कर घायल कर दिया. उन्होंने जोर-जोर से चिल्लाना शुरू किया और भागने की कोशिश करने लगे तो अपराधियों के द्वारा फायरिंग भी की गई.
"अपनी कुटिया में सोए हुए थे उसी समय धारदार हथियार से हमला कर दिया गया. फायरिंग भी की गई है. मेरे वाहन में आग लगा दी गई. किसी तरह इस हमले में अपनी जान बचाई है. यह घटना किसी धर्म विरोधियों के द्वारा की गई है"- स्वामी रंगनाथाचार्य
'बिहार में साधु संत भी सुरक्षित नहीं': स्वामी रंगनाथाचार्य ने कहा कि बिहार में विधि व्यवस्था नाम की चीज नहीं रह गई है. आज साधु संत भी सुरक्षित नहीं है. वे सनातन धर्म के प्रचारक हैं और वे तब तक धर्म का प्रचार करते रहेंगे, जब तक अंतिम सांसे रहेगी. उन्होंने बताया कि पुलिस कार्रवाई के नाम पर खानापूर्ति कर रही है. आती है और चली जाती है. अज्ञात अपराधियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई गई है. प्राथमिकी दर्ज कर पुलिस मामले की छानबीन कर रही है.