गया: राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत राज्य स्तर चिकित्सा महाविद्यालय स्तर, प्रमंडल स्तर, जिला स्तर, अनुमंडल स्तर, प्रखण्ड स्तर, स्वास्थ्य उपकेन्द्र स्तर पर कार्यरत विभिन्न श्रेणी के संविदा कर्मियों और पदाधिकारियों ने मानदेय का पुनरीक्षण कर शत प्रतिशत की बढ़ोतरी की मांग की है. इसके साथ ही होम आइसोलेशन में रहने की सूचना अपने विभागीय अधिकारी और जिला प्रशासन को दी.
बता दें के शेरघाटी अनुमंडल अस्पताल में कार्यरत संविदाकर्मियों ने बैठक के उपरांत यह जानकारी दी.
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बीमा की सुविधा उपलब्ध कराई जाए
संविदाकर्मियों ने कोविड-19 की भयावहता के बीच कार्य कर रहे सभी स्वास्थ्य संविदा कर्मियों को सुविधा उपलब्ध कराने की मांग की. साथ ही आउटसोर्सिंग के तहत कार्य कर रहे कर्मियों के लिए तत्काल 50 लाख रुपये का बीमा और कोरोना काल में दिवंगत हुए साथियों के आश्रितों को तत्काल संबंधित राशि उपलब्ध कराने की मांग की.
पेंशन और नौकरी देने का निर्देश
वर्तमान में माननीय मुख्यमंत्री बिहार सरकार के माध्यम से कोरोना काल में मृत्यु हो जाने के उपरांत घोषित पारिवारिक पेंशन, आश्रितों को नौकरी और अन्य सुविधा को अक्षरशः स्वास्थ्य संविदा कर्मियों के लिए भी तत्काल प्रभाव से लागू किया जाए. वित्तीय वर्ष 2020-21 में ग्रुप एक्सीडेंट पॉलिसी और मेडिकल हेल्थ पॉलिसी लागू करने के लिए भारत सरकार के माध्यम से राशि उपलब्ध कराई जाए.
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पद पर बहाल करने की मांग
वर्तमान में राज्य और जिला स्तरीय वरीय पदाधिकारी के माध्यम से बिना किसी प्रमाणिक कारण के सेवा से हटाने की परम्परा बन गई है. उस पर तत्काल प्रभाव से रोक लगायी जाए जिससे बिना किसी भय और द्वेष के सभी कर्मी अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर सकें.
वर्तमान समय में अंजली कुमारी, स्वा. प्रबंधक पीएमसीएच पटना भूक्तभोगी हैं. उन्हें उनके पूर्व के पद पर बहाल किया जाए. विभाग के द्वारा संघ के मांगों के विचारण हेतु गठित कमिटी की अनुशंसा को अविलम्ब लागू किया जाए. बता दें कि बैठक में स्वास्थ्य प्रबंधक आशीष कुमार दत्ता, बीसीएम जयंत कुमार और अन्य कर्मी मौजूद रहे.