गया: नशा मुक्ति दिवस और संविधान दिवस को लेकर प्रदेश में मंलवार को प्रभात फेरी और इससे जुड़े कई कार्यक्रम आयोजित किए गए. साथ ही लोगों को नशा से मुक्ति दिलाने के लिए शपथ भी दिलाई गई. नशा मुक्ति को लेकर गया के टॉवर चौक से गांधी मैदान तक शहरी स्कूल के बच्चों की मदद से प्रभात फेरी का आयोजन किया गया. जिसे डीएम अभिषेक सिंह और उप विकास आयुक्त किशोरी चौधरी के हरी झंडी दिखाकर रवाना किया.
प्रभात फेरी में सभी बच्चों की ओर से नशामुक्ति से संबंधित अनेक नारे लगाए गए. प्रभात फेरी में कई स्कूलों के बच्चों ने हिस्सा लिया. साथ ही छात्राओं को नशा से दूर रहने की सलाह दी गई. डीएम अभिषेक सिंह ने कहा कि आने वाले समय में हमारा बिहार अन्य राज्य और देशों को रास्ता दिखायेगा.
जहानाबाद में मना नशा मुक्ति दिवस
जिला प्रशासन की ओर से मंलवार को नशा मुक्ति दिवस के अवसर पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया. साथ ही प्रभात फेरी का आयोजन नशा मुक्ति अभियान के रूप में किया गया. प्रभात फेरी के माध्यम से लोगों को संदेश दिया गया कि नशा को अपने जीवन से त्यागने और समाज में लोगों को नशा के विरोध में आगे आने का आग्रह किया गया.
डीएम ने दी जानकारी
जिलाधिकारी नवीन कुमार ने कहा कि प्रभात फेरी के माध्यम से नशा मुक्ति को लेकर आज पूरे शहर में लोगों को जागरूक किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि प्रभात फेरी के माध्यम से इस अभियान को सफल बनाया जा रहा है.
भागलपुर में मना संविधान दिवस
जिले के प्रमंडलीय आयुक्त कार्यालय के सभागार में संविधान दिवस मनाया गाय. जहां कर्मचारियों ने इस मौके पर शराब को त्यागने के लिए शपथ ली. साथ ही संविधान की रक्षा के करने की बात कही. इस दौरान जिला अधिकारी प्रणव कुमार ने कहा कि राज सरकार के निर्देशानुसार 26 नवंबर से 14 अप्रैल तक सभी स्कूलों, कॉलेजों और पंचायती राज संस्थानों में संविधान के बारे में जानकारी देने के लिए अभियान चलाया जाएगा.
जमुई में मना संविधान दिवस
जिले में बहुजन दलित मोर्चा की ओर से संविधान दिवस के आयोजन किया गया. जहां बाबा साहब अंबेडकर की प्रतिमा के सामने लोगों ने संविधान को बचाने की बात कही. इस कार्यक्रम की अध्यक्षता सचिन दास और बहुजन दलित मोर्चा अध्यक्ष सहित कई गणमान्य लोगों ने की. इसके साथ ही लोगों ने बाबा साहब की प्रतिमा के पास आपस में मिठाई खिलाकर इस दिवस की बधाई दी.
सारण में मना संविधान दिवस
जिले में भारतीय संविधान दिवस के अवसर पर जयप्रकाश विश्वविद्यालय के सीनेट सभागर में भारतीय संविधान की विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया. जिसका विधिवत उद्घाटन विश्वविद्यालय सेवा आयोग के पूर्व सदस्य प्रो डॉ. रामाश्रय प्रसाद सिंह, जेपीयू के कुलपति प्रो हरिकेश सिंह, प्रतिकुलपति प्रो अशोक कुमार झा सहित कई लोगों ने की.
कुलपति ने दी जानकारी
जेपीयू के कुलपति प्रो हरिकेश सिंह ने कहा कि प्रथम संविधान का ड्राफ्ट जनवरी 1948 में सात सदस्यीय टीम के की ओर से संसद के पटल पर रखा गया. जिसके बाद 776 प्रस्ताव आए, जिस पर चर्चा हुई. उन्होंने बताया कि 26 जनवरी 1949 को लिखित संविधान बनकर तैयार हो गया. इसके निर्माण में डॉ. भीम राव अंबेडकर का महत्वपूर्ण योगदान रहा है.