गया : बिहार के गया जिले में मानसून के दस्तक के साथ ही पीडीएस (PDS) दुकानों से अंकुरित या भींगा अनाज बांटने जाने (Grain Distribution की लगातार शिकायत मिल रही है. वहीं पीडीएस दुकानदार का कहना है कि गोदाम से जैसा अनाज मिलता है वैसा अनाज देते हैं. ऐसे में इटीवी भारत की टीम ने पीडीएस दुकान से लेकर बीएसएफसी गोदाम तक पड़ताल की.
दरअसल सरकार गरीबी रेखा से नीचे रहनेवाले लोगों को कम दाम और कोरोना महामारी में मुफ्त में अनाज उपलब्ध करवा रही है. बरसात के मौसम में अनाज खराब या अंकुरित दिया जाता है. ईटीवी भारत ने पीडीएस दुकान और अनाज गोदाम का पड़ताल की. बोधगया नगर पंचायत के वार्ड नं 2 के अमावां गांव पीडीएस दुकान में पाया गया कि अनाज सुरक्षित रखा गया है. अनाज लेने आये लाभुक बालेश्वर यादव ने बताया कि यहां अनाज अच्छा मिल रहा है. कभी- कभी अनाज में भींगा मिलता है.
वहीं पीडीएस संचालिका मीणा देवी ने बताया कि पीडीएस दुकान को बीएसएफसी गोदाम से अनाज मिलता है. उसी अनाज को लोगों को देते है. हाल में कईं बोरे भींगे हुए अनाज आये थे. शिकायत करने पर कहा गया तो जैसा है वैसा बांट दीजिए. हमने भी जो अनाज ठीक था उसे बांट दिए बाकी जानवर को खिला दिए. भींगा अनाज मिलने से नुकसान सिर्फ पीडीएस दुकानदार को है. हमारे यहां अनाज रखने की उत्तम व्यवस्था है.
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वहीं ईटीवी भारत ने बोधगया प्रखण्ड कार्यालय के पीछे स्थित बीएसएफसी गोदाम का पड़ताल की. जहां पाया गया बीएसएफसी गोदाम में भी कहीं भी बरसात का पानी नहीं आ सकता है. टिन के शेड से बना गोदाम में बीएसएफसी गोदाम के डोर स्टेप डिलीवरी बॉय पंकज कुमार पांडेय ने बताया कि यहां गोदाम में बरसात का पानी नहीं आता है. ट्रक से अनाज पडीएस दुकान तक जाता है. इस गोदाम से पीडीएस गोदाम तक अनाज सुरक्षित और स्वच्छ भेजा जाता है.