गया: चीन के बाद भारत में भी कोरोना वायरस से ग्रसित लोग मिलने लगे हैं. इसी को लेकर कोरोना वायरस आम जन के साथ भारत के बाजारों पर बुरा प्रभाव डाल रहा है. क्योंकि होली के मौके पर बिकने वाले पिचकारियां के कई प्रकार चीन से आते थे. लेकिन इस साल कोरोना वायरस की वजह से चीन से कुछ आयात और निर्यात नहीं हो रहा है. इसके चलते भारत देश के बाजारों में चाइनीज पिचकारी नहीं मिल रही है. जिसका असर बाजार पर देखने को मिल रहा है.
'कोरोना वायरस की वजह से चीन से नहीं आई पिचकारियां'
शहर में सबसे अधिक पिचकारी धामी टोला में बिकता है. जहां के दुकानदार मोनू कुमार ने बताया कि पिचकारियां की कोई कमी नहीं है, लेकिन चीन की पिचकारियां कम दाम में अच्छी मिलती थी. जिसे लोग उससे खूब पसंद करते थे. कोरोना वायरस की वजह से दिल्ली के बाजारों में पिचकारियां नहीं आई है. इसलिए गया में नहीं आयी है. उन्होंने बताया कि 6 महीने पहले से जिन्होंने पिचकारियां लाकर रखी हैं, वह ब्लैक यानी ऊंचे दामों पर बेच रहे हैं.
'इस साल पिचकारियों के प्रकार है कम'
वहीं, पिचकारी लेने आए ग्राहक प्रभाकर ने बताया इस बार पिचकारियां के प्रकार कम है. पिछले साल बाजारों में बहुत तरह की पिचकारियां थी, लेकिन इस बार नजर नहीं आ रही है. दुकानदार बताते है कि कोरोना वायरस की वजह से चीन से पिचकारियां नहीं आई है. साथ ही दुकानदारों ने यह भी बताया कि जो लोग जागरूक होते हैं, वह मेड इन इंडिया पिचकारियां खोजते हैं.