गया: जिले के बोधगया स्थित लगभग 50 पर्यटनीय बौद्ध मंदिरों में ताला लटका हुआ है. इन मंदिरों को देखने के लिए हर दिन हजारों लोग आ रहे हैं. लेकिन पर्यटक रोज निराश होकर घर लौट रहे हैं. वहीं बोधगया विधायक से लेकर जिलाधिकारी तक इन मंदिरों को खोलने को लेकर बौद्ध मठों से अपील कर रहे है.
दरअसल, देशभर में कोरोना वायरस के बचाव को लेकर लॉकडाउन लागू किया गया था. लॉकडाउन के समय जिन बौद्ध मठ को बन्द किया गया वह अभी तक नहीं खुला है. हालांकि लॉकडाउन के बाद सीमित समय के लिए महाबोधि मंदिर और 80 फिट मूर्ति को खोला गया था. लेकिन विभिन्न देशों के बौद्ध मठ नहीं खुलने से पर्यटकों को निराशा हाथ लग रही है. वहीं पर्यटन उद्योग भी बन्द पड़ा है.
पर्यटकों में निराशा
जहानाबाद से घुमने आए पर्यटक रवि रंजन ने बताया कि वो बोधगया में विभिन्न मंदिरों का दर्शन करने के लिए आए थे. लेकिन बोधगया में सिर्फ महाबोधि मंदिर और 80 फिट मूर्ति ही देख पाए. बाकी बौद्ध मंदिरों में ताला लटका हुआ है. मंदिर बंद होने के कारण बाहर से ही फोटो खींच रहे हैं.
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नहीं लौट सके बौद्ध भंते
वहीं अखिल भारतीय भिक्षु संघ के महामंत्री प्रज्ञादीप ने बताया कि लॉकडाउन लागू होने के कारण सभी विदेशी मंदिरों से बौद्ध भंते चले गए हैं. जब स्थिती सामान्य होगी तो ये भंते वापस आएंगे. यहां कई मठों में एक बौद्ध भंते हैं. कई भंते तो नौकर के सहारे छोड़कर चले गए हैं. जब तक अंतरराष्ट्रीय उड़ाने शुरू नहीं होगी तबतक बौद्ध मठ खुलने की उम्मीद नहीं है. उन्होंने कहा कि हमारे प्रयास से 80 फिट मूर्ति को खुलवाया गया. अन्य मंदिरों को खोलने के लिए प्रयास जारी है.
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विधायक ने जतायी चिंता
बोधगया में बौद्ध मठों के बन्द होने को लेकर विधायक कुमार सर्वजीत भी काफी चिंतित हैं. उनका कहना है कि इस संबंध में सरकार, प्रमंडलीय आयुक्त और जिला प्रशासन को पत्र लिखकर उन्होंने इसे खोलने का आग्रह किया है. उन्होंने कहा कि बोधगया के सारे बौद्ध मठों और होटलों का टैक्स और बिजली बिल माफ कर दिया जाए. लेकिन इस पर कोई पहल नहीं हुआ है. बौद्ध मठों को खुलने से पर्यटन उद्योग पटरी पर आएगी. लेकिन इस ओर सरकार ध्यान नहीं दे रही है.
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बौद्ध मठों को खोलने का आग्रह
बौद्ध मठों को बंद करने को लेकर सरकार या जिला प्रशासन ने कोई आदेश जारी नहीं किया है. जिलाधिकारी अभिषेक सिंह ने बताया कि बोधगया में कोरोना के कारण बंद पड़े बौद्ध मठों को खोलने के लिए आग्रह किया गया है. वहीं महाबोधि मंदिर प्रबन्धकारिणी समिति भी बौद्ध देशों में संदेश प्रसारित कर रही है कि बोधगया में सबकुछ ठीक है. ताकि यहां का मठ खोला जाए और पर्यटकों का आगमन हो सके. गौरतलब है कि बोधगया में 150 से अधिक विभिन्न देशों के बौद्ध मठ है. जिनमें से 50 बौद्ध मठ पर्यटनीय है. सबसे ज्यादा थाई देश का बौद्ध मठ बोधगया में है.