गया : बोधगया पर्यटन व्यवसाय का पुराना दिन फिर से लौट आया है. यहां विदेशी पर्यटकों के आने की संख्या में काफी सुधार देखी जा रही है, लेकिन रूस- यूक्रेन युद्ध के कारण इस बार यूरोपीय देशों से पर्यटक काफी कम संख्या में आ रहे हैं. इसका प्रभाव जरूर देखने को मिल रहा है. इसके बावजूद अंतर्राष्ट्रीय स्थल बोधगया का पर्यटन व्यवसाय ठीक-ठाक दिख रहा है. वहीं, विदेशी पर्यटकों के आगमन ने अंतर्राष्ट्रीय स्थली की रौनक बढ़ा दी है.
बोधगया के होटल व्यवसाय के लौटे पुराने दिन : बोधगया के होटलों में फिर से पुराने दिन लौटते दिख रहे हैं. कोरोना काल के बाद पहली बार विदेशियों की भीड़ टूट रही है. चूंकि, बोधगया में पर्यटन सीजन प्रारंभ हो चुका है. काफी संख्या में विदेशी सैलानियों का आगमन हो रहा है. विदेशियों की अच्छी तादाद पहुंचने से यहां की रौनक एकदम से बदल गई है.
होटलों में चल रही एडवांस बुकिंग : बोधगया में पहुंंचने वाले विदेशियों की तादाद ऐसी हो रही कि होटलों में एडवांस बुकिंग चल रही है. बोधगया में करीब 200 होटल और गेस्ट हाउस हैं. अब तक करीब एक लाख विदेशी सैलानी यहां आ चुके हैं और उनके आने का सिलसिला जारी है. रोजाना विमानों से गया एयरपोर्ट पर विदेशी पर्यटकों का आगमन हो रहा है, जो कि विभिन्न देशों से आ रहे हैं.
बौद्ध धर्मगुरु दलाई लामा दिसंबर में आएंगे : बौद्ध धर्मगुरू दलाई लामा दिसंबर माह में बोधगया प्रवास करेंगे. उनके कई दिनों का टीचिंग कार्यक्रम है. बताया जा रहा है कि बौद्ध धर्म गुरु दलाई लामा तकरीबन एक महीने तक बोधगया में प्रवास करेंगे. बौद्ध धर्मगुरु के आगमन को देखते हुए विदेशी पर्यटकों की संख्या में और इजाफा होता जा रहा है. जैसे- जैसे समय बीत रहा है और बौद्ध धर्मगुरु दलाई लामा के आगमन की तिथि नजदीक आती जा रही है. वैसे-वैसे बौद्ध धर्मावलंबियों की संख्या बढ़ती जा रही है.
अंतर्राष्ट्रीय धरोहर बोधगया महाबोधि मंदिर में भगवान बुद्ध के दर्शन के लिए काफी संख्या में बौद्ध श्रद्धालुओं का आगमन हो रहा है. गौरतलब हो, कि ठंड के सीजन में ही विदेशी पर्यटक बोधगया आते हैं और यही तीन चार -माह का सीजन बोधगया के लिए पर्यटन सीजन होता है.
"इस बार कोरोना कल के बाद काफी अच्छी स्थिति है. पर्यटन सीजन अनुकूल जा रहा है. वहीं 4 लाख से 5 लाख के बीच विदेशी बौद्ध श्रद्धालुओं का आगमन होने की पूरी संभावना है."-सुरेश सिंह, अध्यक्ष, टूर एंड ट्रेवल्स बोधगया
रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण कम पहुंच रहे यूरोपियन श्रद्धालु : रूस- यूक्रेन युद्ध के कारण यूरोपियन देशों से काफी कम संख्या में बौद्ध श्रद्धालु पहुंच रहे हैं. बोधगया होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष जय सिंह की मानें, तो यूरोपीय देशों से नहीं के बराबर श्रद्धालु आ रहे हैं. यदि यूरोपीयन देशों से इस दफा विदेशी बौद्ध श्रद्धालु आते तो बोधगया के पर्यटन सीजन की रौनक कुुछ और ही होती और कोरोना काल में जो क्षति हुई, उसकी भारापाई हो गई होती.
"कुल मिलाकर देखें, तो इस बार का पर्यटन सीजन अच्छा जा रहा है. कई लाख बौद्ध श्रद्धालुओं के विभिन्न देशों से आने की पूरी संभावना है. इस पर्यटन सीजन में यूरोपीयन देशों के अलावे चीन के रवैया के कारण ताइवान से भी कम संख्या में बौद्ध श्रद्धालु आ रहे हैं." -जय सिंह, अध्यक्ष, होटल एसोसिएशन बोधगया.
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