गया: जिले से गिरफ्तार आतंकी एजाज अहमद ने पूछताछ में कई खुलासे किये. उसकी निशानदेही पर पटना एटीएस, पुलिस ने अबगिला से विस्फोटक सामग्री भी बरामद किया. एजाज ने बताया कि वो 2017 से गया में स्लीपर सेल का गठन कर रहा था. जो कि साफतौर पर गया में किसी बड़ी आतंकी घटना की साजिश की तरफ इशारा कर रहा है.
गया से गिरफ्तार आतंकी एजाज के सहयोगियों आरिफ और मोती की तलाश के क्रम में पुलिस जिले के मुफस्सिल थाना इलाके के निजाम कॉलोनी स्थित कपड़ों के दुकान पर पहुंची. जमायत-उल-मुजाउद्दीन का भारत प्रमुख एजाज और उसके सहयोगी आरिफ व मोती फेरी के लिए कपड़ा यहीं से ले जाते थे. एजाज अहमद के गिरफ्तार होने के बाद उसकी निशानदेही पर उसके सहयोगियों की तलाश में पुलिस यहां आ धमकी. हालांकि पुलिस को यहां से कुछ भी नहीं मिला.
तीनों आतंकी कपड़ा बेचने का काम करते थे
26 अगस्त को बंगाल एसटीएफ ने एजाज को गिरफ्तार किया था. जिसके बाद एजाज ने पुलिस के सामने कई खुलासे किये थे. उसने अपने सहयोगियों का नाम और पता बताया. आतंकी ने बताया कि निजाम कॉलोनी स्थित कपड़े की दुकान से उसके साथ उसके सहयोगी भी सामान लेते थे और कपड़ा बेचने का काम करते थे. जिसके बाद पुलिस ने छापेमारी की.
कपड़ा दुकानदार से पुलिस ने की पूछताछ
दुकान के मालिक अब्दुल्ला रज्जा को दुकान के रजिस्टर के साथ पुलिस थाने ले गई. हालांकि कुछ देर में उसे छोड़ दिया गया. ईटीवी भारत की टीम ने जब कपड़ा व्यापारी अब्दुल रज्जा से बात की तो उसने बताया कि वो बंगाल के मालदा का रहनेवाला है और यहां पर कपड़ों का होलसेल दुकान चलाता है. अब्दुल्ला ने बताया कि पुलिस को मेरे यहां से कुछ नहीं मिला. वो तीनों ग्राहक के रूप में मेरे यहां आते थे. उनसे मेरा संबंध दुकानदार और ग्राहक तक सीमित था.
शुक्रवार को पुलिस ने विस्फोटक बरामद किया
बता दें कि शुक्रवार को एजाज की निशानदेही पर पटना एटीएस और गया पुलिस ने अबगिला में छापेमारी की थी. लेकिन आरिफ और मोती फरार हो चुके थे. आरिफ के घर से टाइमर बॉम बनाने की सामग्री मिली थी. सामग्री मिलने के बाद कोलकाता एसटीएफ, पटना एटीएस और गया पुलिस जोर-शोर से उन दोनों को खोजने में लगी है. इस संबंध में लगातार छापेमारी की जा रही है.
26 अगस्त को एजाज हुआ था गिरफ्तार
इससे पहले 26 अगस्त को बंगाल एसटीएफ ने गया के बुनियादगंज थाना क्षेत्र के पठानटोली से एजाज अहमद को गिरफ्तार किया था. आतंकी एजाज को गिरफ्तार करके कोलकाता एसटीएफ बंगाल ले गई. वहां एजाज ने गया में अपने स्लीपर सेल के सदस्यों का नाम और ठिकानों का खुलासा किया. उसी के खुलासे पर पटना एटीएस और गया पुलिस ने मुफस्सिल थाना क्षेत्र के अबगिला में एक घर में छापेमारी कर आपत्तिजनक विस्फोटक सामग्री बरामद की. जिसके बाद जांच के लिए कोलकाता एसटीएफ टीम मुफस्सिल थाना पहुंची.
2017 से कर रहा था स्लीपर सेल का गठन
एजाज ने बताया कि वो 2017 से गया में स्लीपर सेल का गठन कर रहा था. 4 महीने पहले तक अबिगला के एक घर में एजाज और आरिफ रहते थे. एजाज और उसके दोनों सहयोगी पश्चिम बंगाल के रहनेवाला हैं. एजाज की गिरफ्तारी बंगाल में पकड़े गये आतंकी कौसर की निशानदेही पर हुई थी. वहीं इस मामले में डीएसपी घुरन मंडल ने बताया कि आपत्तिजनक विस्फोटक सामग्री को देखकर ऐसा लगता है कि एजाज और उसकी टीम गया और बोधगया में किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की फिराक में थे. लेकिन उनके इस मंसूबे पर उसके ही सहयोगी कौसर ने पानी फेर दिया.