गया: बिहार राज्य आंगनबाड़ी संयुक्त संघर्ष समिति के बैनर तले बीते 31 अगस्त 2020 से बाराचट्टी प्रखंड मुख्यालय पर अपनी मांगों के समर्थन में धरना पर बैठी आंगनवाड़ी सेविका व सहायिकाओं ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पुतला दहन किया.
मानदेय में कोई इजाफा नहीं हुआ
संघर्ष समिति का नेतृत्व कर रहे आंगनबाड़ी सेविकाओं के प्रखंड अध्यक्ष रेखा देवी ने कहा कि राज्य सरकार की गलत नीतियों के कारण आंगनवाड़ी सेविका व सहायिका आर्थिक तंगी से गुजर रही है. उन्होंने कहा कि विश्वव्यापी कोरोना संकट काल में भी टीकाकरण, पल्स पोलियो, कृमि नाशक दवा का वितरण, प्रवासी बिहारियों के नाम भेजने का काम निर्भीकता पूर्वक संपन्न किया है. इसके बावजूद इनके मानदेय में कोई इजाफा नहीं हो रहा है. उन्हें दैनिक मजदूरी से भी कम मानदेय का भुगतान किया जा रहा है.
मानदेय बढ़ाने की मांग
उन्होंने राज्य सरकार से सेविकाओं को 21 हजार एवं सहायिकाओं को 18000 मानदेय तथा सरकारी कर्मी का दर्जा दिए जाने की मांग की है. अगर मांगों को पूरी नहीं किया गया तो जैसे झारखंड में सरकार बदलने का काम किया गया है, वैसे ही बिहार में भी सरकार बदलने का काम किया जाएगा.
…नहीं तो सरकार बदल देंगे
दरअसल जिले के बाराचट्टी प्रखंड के प्रखंड कार्यालय के प्रांगण में आंगनबाड़ी सेविका सहायिका अपनी वेतन में बढ़ोतरी की मांगों को लेकर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पुतला दहन किया. इस संदर्भ में सेविका संघ अध्यक्ष रेखा देवी ने बताया के हम आंगनबाड़ी सहयका व सेविका से अधिक से अधिक कार्य लिया जा रहा है.