गया: बिहार के गया (Gaya) जिले में बीते 12 अगस्त को एक महिला ने जमीन दिखाने के नाम पर सामूहिक दुष्कर्म का आरोप (Allegation Of Molestation) लगाया था. महिला के आवेदन पर महिला थाना ने मामला दर्ज कर लिया था. लेकिन जब महिला थाना ने अनुसंधान किया तो पूरा मामला ही पलट गया. महिला का लगाया आरोप झूठा साबित हुआ.
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दरअसल 12 अगस्त को मुफस्सिल थाना क्षेत्र की एक महिला ने जमीन दिखाने के नाम पर दो लोगों के खिलाफ दुष्कर्म करने का आरोप लगाया था. महिला का कहना था कि ब्रह्मयोनि पहाड़ के समीप पुराने घर में ले जाकर दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया गया है.
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महिला ने इसकी प्राथमिकी महिला थाना में दर्ज कराई थी. पुलिस अनुसंधान में महिला द्वारा लगाए गए आरोप बेबुनियाद साबित हो गए. बताया जाता है कि पंचायत चुनाव में छवि खराब करने के लिए एक अधिवक्ता ने ये पूरा षड्यंत्र रचा था. महिला ने खुद थाने में आकर बयान दिया कि पंचायत चुनाव (Panchayat Election 2021) में छवि खराब करने के लिए इस तरीके का मामला दर्ज कराया गया था.
बताया जाता है कि जिस पर आरोप लगाया गया था वो पूर्व मुखिया का बेटा है. इस साल उसकी पत्नी चुनावी मैदान में उतरने वाली है. ऐसे में विरोधियों ने उसको बदनाम करने की योजना बनाई थी.
'एक महिला ने दुष्कर्म का मामला दर्ज करवाया था. महिला द्वारा लगाया गया आरोप अनुसंधान में असत्य पाया गया है. अनुसंधान के दौरान महिला के माध्यम से बताया गया कि किसी अधिवक्ता के बहकावे और पैसों की लालच में आकर दुष्कर्म का झूठा केस दर्ज कराया गया था. हालांकि महिला को उसके पति के साथ उसके घर झारखण्ड भेज दिया गया है.' -रवि रंजना, महिला थानाध्यक्ष