गयाः वायु प्रदूषण के मामले में पटना के बाद गया शहर का दूसरा स्थान है. यहां हवा जहरीला होने के कारण लोगों का जीना हराम हो गया है. जिले के डंपिग यार्ड में कचरे से निकलने वाला धुंआ जिले में हवा को सबसे ज्यादा प्रदूषित कर रहा है. वहीं, जिला प्रशासन और नगर निगम की ओर से अभी तक कचरे से निकलने वाले धुएं को रोकने के लिए कोई ठोष पहल नहीं किया गया है.
पूरे क्षेत्र में फैला प्रदूषित हवा
जिले के टिकारी नगर पंचायत के पास सड़क किनारे कई महीनों से गिराए गये कचरे में अज्ञात लोगों ने आग लगा दी. देखते ही देखते कचरे से निकलने वाला प्रदूषित धुंआ आसपास के क्षेत्रों में फैल गया. इससे स्थानीय लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा हैं. स्थानीय लोगों ने इसकी सूचना नगर पंचायत को दी. सूचना मिलने पर नपं की ओर से वहां दमकल की गाड़ियां पहुंची और कड़े मशक्त के बाद आग पर काबू पाया. आग पर काबू पाने तक कूड़े से निकलने वाला प्रदूषित हवा पूरे क्षेत्र में फैल चुका था.
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नपं के पास नहीं है कचरा डंप करने का जगह
नपं प्रशासन के पास अपना डंपिंग जोन नहीं होने के कारण शहर के खाली पड़े जगहों पर कचरा डंप किया जा रहा है. जिससे शहरवासियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. स्थानीय लोगों ने बताया कि शहर में नियमित होने वाली सफाई के बाद शहर का कचरा यहां डंप कर दिया जाता है. लगभग दो महिने से पड़े इस कचरे की डंप में किसी ने आग लगा दिया. जिससे पूरा शहर धुंआ-धुंआ हो गया. शहर में फैले प्रदूषित धुंआ के लिए स्थानीय लोगों ने नपं को जिम्मेदार ठहराया.
क्या है इनका कहना?
नगर पंचायत के उपाध्यक्ष प्रतिनिधि अभिषेक सिंह ने बताया कचरे के ढेर में आग लग जाने से फैलने वाली धुंआ से परेशानी की शिकायत स्थानीय लोगों की ओर से मिली है. मौके पर अग्निशमन दल को आग बुझाने के काम पर लगा दिया गया है. उन्होंने कहा कि आग बुझ जाने के बाद कचरे को यहां से हटा लिया जाएगा.