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बोले प्रेम कुमार-  गया से OTA न जाए, इसके लिए करेंगे प्रयास

कृषि मंत्री प्रेम कुमार ने कहा मेरा भी प्रयास रहेगा ओटीए गया से नहीं जाए इसके लिए मैं रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से बात करूंगा. उन्होंने कहा कि जिले के लोगों का ओटीए से लगाव है और गया को इसकी जरूरत है.

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Published : Dec 19, 2019, 7:57 AM IST

Agriculture Minister Prem Kuma
Agriculture Minister Prem Kuma

गया: जिले में सेना के अधिकारी प्रशिक्षण केंद्र के बंद करने की खबर की चर्चा से बिहार के सीएम नीतीश कुमार बेहद नाराज़ बताए जाते हैं. इसको लेकर उन्होंने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को पत्र लिख कर ओटीए को बंद नहीं करने का आग्रह किया है, साथ ही ये भी कहा है कि OTA की गया के साथ-साथ बिहार की जरूरत है. वहीं, सरकार मंत्री प्रेम कुमार ने भी इस बात को लेकर अपना विरोध जताया है. उन्होंने कहा कि ओटीए जिले से नहीं जाए इसके लिए मुख्यमंत्री के साथ मैं भी प्रयास करूंगा.

संघर्ष समिति बनाकर लोग जता रहे है विरोध
बता दें कि शहर के लोगों को सीधे ओटीए से ना तो संपर्क हैं ना ही फायदा है, लेकिन गया के गौरव ओटीए के लिए उनकी भावना असीम है. शहरवासियों ने ओटीए बचाओ संघर्ष समिति बनाकर विरोध जता रहे है. वहीं, बिहार के औरंगाबाद से सांसद ने संसद में बजट सत्र के दौरान यह मुद्दा उठाया था और कहा था कि ओटीए गया के बंद होने से स्थानीय अर्थव्यस्था को नुकसान पहुंचेगा.

ओटीए के जाने की सूचना पर लोगों ने जताया विरोध

'रक्षा मंत्री करूंगा से बात'
सीएम के इस पहल में भाजपा भी साथ दे रही है. कृषि मंत्री प्रेम कुमार ने कहा मेरा भी प्रयास रहेगा ओटीए गया से नहीं जाए इसके लिए मैं रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से बात करूंगा. उन्होंने कहा कि जिले के लोगों का ओटीए से लगाव है और गया को इसकी जरूरत है. मंत्री ने कहा कि मैं मुख्यमंत्री के समर्थन में हूं और केंद्र सरकार से आग्रह करता हूँ कि ओटीए यहां से हटाया नहीं जाए.

गया: जिले में सेना के अधिकारी प्रशिक्षण केंद्र के बंद करने की खबर की चर्चा से बिहार के सीएम नीतीश कुमार बेहद नाराज़ बताए जाते हैं. इसको लेकर उन्होंने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को पत्र लिख कर ओटीए को बंद नहीं करने का आग्रह किया है, साथ ही ये भी कहा है कि OTA की गया के साथ-साथ बिहार की जरूरत है. वहीं, सरकार मंत्री प्रेम कुमार ने भी इस बात को लेकर अपना विरोध जताया है. उन्होंने कहा कि ओटीए जिले से नहीं जाए इसके लिए मुख्यमंत्री के साथ मैं भी प्रयास करूंगा.

संघर्ष समिति बनाकर लोग जता रहे है विरोध
बता दें कि शहर के लोगों को सीधे ओटीए से ना तो संपर्क हैं ना ही फायदा है, लेकिन गया के गौरव ओटीए के लिए उनकी भावना असीम है. शहरवासियों ने ओटीए बचाओ संघर्ष समिति बनाकर विरोध जता रहे है. वहीं, बिहार के औरंगाबाद से सांसद ने संसद में बजट सत्र के दौरान यह मुद्दा उठाया था और कहा था कि ओटीए गया के बंद होने से स्थानीय अर्थव्यस्था को नुकसान पहुंचेगा.

ओटीए के जाने की सूचना पर लोगों ने जताया विरोध

'रक्षा मंत्री करूंगा से बात'
सीएम के इस पहल में भाजपा भी साथ दे रही है. कृषि मंत्री प्रेम कुमार ने कहा मेरा भी प्रयास रहेगा ओटीए गया से नहीं जाए इसके लिए मैं रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से बात करूंगा. उन्होंने कहा कि जिले के लोगों का ओटीए से लगाव है और गया को इसकी जरूरत है. मंत्री ने कहा कि मैं मुख्यमंत्री के समर्थन में हूं और केंद्र सरकार से आग्रह करता हूँ कि ओटीए यहां से हटाया नहीं जाए.

Intro:गया में पहाड़पुर गांव के पास स्थित ऑफिसर ट्रेंनिंग एकेडमी को गया से बंद कर आईएमए देहरादून में स्थापित करने को लेकर आज नीतीश कुमार ने हैरानी जताते हुए ,रक्षा मंत्री को पत्र लिखा है वही मुख्यमंत्री के हस्तक्षेप के बाद ओटीए पर बिहार के राजनीतिक दलों का बयान आने लगा है। भाजपा कोटे से मंत्री प्रेम कुमार ने कहा मैं भी प्रयास करूंगा ओटीए गया से नही जाए।


Body:गया - बोधगया रोड पर स्थित ओटीए को गया से जाने के खबर जैसे ही शहरवासियों को लगा शहर के लोग विचलित होंगे। शहर के लोगो को सीधे ओटीए ना तो संपर्क हैं ना ही फायदा है लेकिन गया के गौरव ओटीए के लिए उनकी भावना असीम हैं। शहरवासियों ने ओटीए बचाओ सँघर्ष समिति बनाकर विरोध जता रहे हैं। आज सूबे के मुखिया भी रक्षा मंत्री को पत्र लिखकर विरोध जताया हैं।

मुख्यमंत्री के इस पहल भी भाजपा भी साथ दे रहा हैं। कृषि मंत्री प्रेम कुमार ने कहा मेरा भी प्रयास रहेगा ओटीए गया से नही जाए इसके लिए मैं भी रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से बात करूंगा। गया के लोगो को ओटीए से लगाव है ओटीए गया के लिए जरूरत है। ओटीए गया के सुरक्षा और अर्थव्यवस्था के लिए भी रहना जरूरी है। मैं मुख्यमंत्री के समर्थन में हूं मैं केंद्र सरकार से आग्रह करता हूँ ओटीए यहां से हटाया नही जाए पूर्व के भांति बना रहे।


Conclusion:ओटीए गया में आठ सालों से है। हजारो जेंटलमैन कैडेट इस ओटीए में ट्रेंनिंग कर सेना के अफसर बने हैं और आज देश के सुरक्षा के लिए समर्पित हैं। गया के पहचान में ओटीए शामिल हो गया है। ऐसे ओटीए गया से जाने पर गया के बड़ा हिस्सा सुन्ना हो जाएगा।
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