पटना: बिहार के कृषि पशुपालन और मत्स्य संसाधन विभाग के मंत्री डॉक्टर प्रेम कुमार ने मगध प्रमंडल के पांचों जिले के कृषि पदाधिकारियों के साथ बैठक की. ये बैठक शहर के परिसदन भवन में की गई. जहां वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कृषि मंत्री पदाधिकारियों से जुड़े हुए थे.
बता दें मगध प्रमंडल के पांचों जिला गया, जहानाबाद, अरवल, नवादा और औरंगाबाद के कृषि पदाधिकारियों, परियोजना निदेशक, सहायक निदेशक, उद्यान निदेशक कृषि अभियंत्रण, भूमि संरक्षण सहायक निदेशक, रसायन मिट्टी जांच सहायक निदेशक, पौधा संरक्षण विभाग के अधिकारी जुड़े थे. इस बैठक में कोरोना महामारी के कारण जारी लॉकडाउन में कृषि कार्यों की प्रगति और गरमा बीज वितरण की स्थिति और खरीफ फसल को लेकर कार्य योजना पर समीक्षा किया गया.
केंद्र के दिशा-निर्देशों का हो पालन
समीक्षा बैठक में कृषि मंत्री ने कहा कि भारत सरकार की ओर से ऑनलाइन खरीद कार्यशाला 2020 का आयोजन किया गया है. साथ ही केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने किसानों की आय दोगुनी करने के लिए सभी कृषि पदाधिकारियों और कर्मियों को किसानों के संपर्क में रहकर मिशन मोड में काम करने का निर्देश दिया गया है. इसीलिए इन निर्देशों का पालन हो.
किसान खरीद रहे हैं ऑनलाइन बीज
इस मौके पर जिला कृषि पदाधिकारियों ने बताया कि कृषि समन्वयको और किसान सलाहकारों को कोरोना के कारण प्रशासन की ओर से अलग-अलग प्रशासनिक कार्यों में लगाया गया है. इसके अलावे मगध प्रमंडल में 70 फीसदी गेहूं की कटनी हो गई है. गरमा की फसल मक्का, मूंग और उड़द के बीज जिलों में पहुंच गए हैं. किसानों ऑनलाइन बीच खरीद रहे हैं.
उद्यान विभाग को भी दिशा-निर्देश
कृषि मंत्री ने आगे कहा कि लॉक डाउन से कृषि क्षेत्र को मुक्त रखा गया है. सभी पदाधिकारी और कर्मियों को संकट की इस घड़ी में किसानों के बीच रहकर कार्य करना चाहिए. उन्होंने कहा कि सभी योजनाओं के लिए लाभार्थियों का चयन कर ऑनलाइन आवेदन में पंचायत और प्रखंड स्तरीय कर्मी किसानों की सहायता करें. साथ ही प्रेम कुमार ने उद्यान विभाग के पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि उद्यान विभाग के योजनाओं से किसानों की आय बढ़ाने में मदद मिलेगी. इसलिए हाइब्रिड सब्जी वितरण, सहजन की योजना, पपीता लगाने की योजना, स्ट्रॉबेरी की खेती, ड्राई लैंड हार्टिकल्चर, अलान पर खेती जैसी योजनाओं के बारे में किसानों को जानकारी दी जाए.
खेतों में ड्रिप सिंचाई प्रणाली लगाने के आदेश
इसके अलावे कृषि मंत्री प्रेम कुमार ने सिंचाई संबंधित विषयों पर बात करते हुए कहा कि सिंचाई जल के समुचित उपयोग के लिए प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना अंतर्गत राज्य सरकार 90 फीसदी अनुदान पर ड्रिप सिंचाई प्रणाली लगवा रही है. गेहूं कटने के बाद इस प्रणाली को लगवाने का सही समय है. इसीलिए अधिक से अधिक किसानों को इस योजना के लाभ के बारे में जानकारी दी जाए और उनके खेतों में ड्रिप और स्प्रिंकलर सिंचाई प्रणालियों को लगवाया जाए. वहीं, बैठक में कहा गया कि मिट्टी की जांच के लिए नमूना एकत्र करने का समय गेहूं कटाई के बाद 30 अप्रैल तक निर्धारित है.