गया: जिले में राजकीय पितृपक्ष मेला का आयोजन किया जा रहा है. इसमें देश-विदेश से लाखों की संख्या में श्रद्धालु आतें हैं. लेकिन इस मेले की तैयारी में प्रशासन का सिरदर्द शहर के अवारा पशु बने हुए हैं. वहीं जिलाधिकारी अभिषेक सिंह ने बताया कि गौशाला में आवारा गायों को रखने की व्यवस्था की गई है.
पितृपक्ष मेला की तैयारी देखेंगे नीतीश कुमार
दरअसल, जिले में 12 सितंबर को राजकीय पितृपक्ष मेला का शुभारंभ होने वाला है. बताया जा रहा है कि मेले से पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मेले के तैयारी को लेकर पिंडदान के विभिन्न वेदियों का दौरा करेंगे. इसके बाद इसको लेकर समीक्षा बैठक की जाएगी. लेकिन प्रशासन अवारा पशुओं से परेशान है.
पशुओं से परेशान हैं प्रशासन
जिला के विष्णुपद मार्ग, स्टेशन रोड, 40 से अधिक पिंडदान वेदियों और उसके जाने के मार्ग में आवारा गायों का जमावड़ा लगा हुआ रहता है. वहीं इनके अलावा सांड और कुत्ते का भी ज्यादा आंतक रहता है. इससे प्रशासन से लेकर आम लोग तक परेशान रहते हैं. ऐसे में मेले की तैयारी अच्छे से नही हो पा रही है. लोगों ने बताया कि नगर निगम की ओर से मेला के दौरान गाय को पकड़ा जाता है. लेकिन बाद में इनको छोड़ दिया जाता है. समाजसेवी बृजनंदन पाठक बताते हैं कि कई वर्षों से देखा गया है आवारा पशुओं के कारण मेले के दौरान काफी परेशानी होती है. इस कारण कई लोगों की जान भी जा चुकी है.
सड़कों पर गायों को हटाया जाएगा- अभिषेक सिंह
जिलाधिकारी अभिषेक सिंह ने बताया गौरक्षणि में गाय रखने का व्यवस्था की गयी है. वहीं अतिरिक्त शेड लगाने के लिए राशि भी दी गई है. शेड बनने तक वैकल्पिक व्यवस्था की जाएगी. उन्होंने शहरवासियों से कहा कि गया का इमेज देश -विदेश में अच्छा बनाने में उनका सहयोग करें. इसके लिए अपने जानवरों को बांधकर रखे. हमलोग के लिए ये सहज हो सकता है, लेकिन देश के अन्य हिस्सों से आये लोगों के लिए सड़को पर गाय एक असहज बात है.