गयाः बिहार में बीपीएससी प्रश्नपत्र लीक मामले (BPSC Paper Leak Case) में मुख्य सरगना बने शक्ति कुमार (Accused Shakti Kumar Arms License Canceled) का शस्त्र लाइसेंस रद्द कर दिया गया है. साथ ही साथ शस्त्र लाइसेंस जारी करने में पूर्व डीएम के साथ सांठगांठ होने की बात भी सामने आई है. गया के वर्तमान जिला पदाधिकारी के हवाले से दी गई जानकारी में भी शस्त्र लाइसेंस और पूर्व डीएम के साथ बीपीएससी पेपर लीक मामले के मुख्य सरगना शक्ति कुमार के साथ सांठगांठ की बात कही गई है.
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पूर्व डीएम से सांठगांठ के मिले हैं सबूतः जानकारी के मुताबिक प्रश्न पत्र लीक मामले में गिरफ्तार किए गए गया शक्ति कुमार को गया के पूर्व जिलाधिकारी ने अपने तबादले के अंतिम समय में शस्त्र लाइसेंस जारी किया था. अब गया के नए डीएम डॉक्टर त्यागराजन एसएम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए शक्ति कुमार को जारी शस्त्र लाइसेंस रद्द कर दिया है. वर्तमान डीएम ने कहा कि इस तरह से पेपर लीक का मुख्य सूत्रधार शक्ति कुमार और तत्कालीन डीएम की सांठगांठ की पोल खुल गई है. दरअसल, नए डीएम ने शस्त्र शाखा के कुछ संचिकाओं को देखा और पाया कि बीपीएससी पेपर लीक कांड का सरगना शक्ति कुमार को भी शस्त्र लाइसेंस जारी हुआ है.
2021 के दिसंबर माह में जारी किया गया था लाइसेंसः शक्ति कुमार को 21 दिसम्बर 2021 को शस्त्र लाइसेंस निर्गत किया गया था. डीएम ने अपने अवलोकन में यह भी पाया कि शक्ति ने फॉर्म A-1 में व्यवसाय को लेकर जो जानकारी दी थी, वह भी अधूरी थी. शक्ति की ओर से दी गई गलत जानकारी को गंभीरता से लेते हुए वर्तमान डीएम ने आर्म्स एक्ट 1959 की अन्य धाराओं और उप धारा के अनुरूप शक्ति कुमार को निर्गत शस्त्र लाइसेंस को तत्काल प्रभाव से रद्द कर दिया है.
गया में ईओयू की टीम ने की थी छापेमारीः गौरतलब हो कि बीते दिन ही गया में ईओयू की टीम ने छापेमारी की थी. बीपीएससी पेपर लीक मामले को लेकर यह कार्रवाई चली थी और गया से शक्ति कुमार को पकड़ा गया था. शक्ति कुमार ही इस मामले का मुख्य सूत्रधार बताया जाता है. इसके कई राजनेताओं के साथ गहरे संबंध भी सामने आए हैं .