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गया में 'बेटी सेवा': बेटियां उपेक्षित ना समझी जाए इसलिए डॉक्टर करते हैं उनका मुफ्त इलाज - गया में बेटी का मुफ्त इलाज

बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना सन् 2015 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रयासों तथा महिला एवं बाल विकास मंत्रालय, स्वास्थ्य़ एवं परिवार कल्याण मंत्रालय एवं मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा आरंभ की गई. इस योजना का साकारात्मक प्रभाव देखने को मिल रहा है. गया के एक डॉक्टर ने बेटियों के मुफ्त इलाज के लिए बेटी सेवा शुरू (Free treatment of daughter in Gaya) की है. जानिये, क्या है डॉक्टर की पहल.

गया में 'बेटी सेवा
गया में 'बेटी सेवा
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Published : Dec 8, 2022, 8:05 PM IST

गयाः भारतीय हिन्दू धर्म शास्त्र के अनुसार स्त्रियों को देवी एवं सृष्टि निर्माता कहा गया है, लेकिन यहीं पर अनेकों कुप्रथा एवं संस्कारों की जंजीरों में उनके पैरों को बांध दिया गया है. आज भी कई लोग ऐसे हैं जिनके घरों में बेटी होने पर खुशी नहीं मनायी जाती है. वे इन्हें उपेक्षा की भाव से देखते हैं. ये बच्चियां खुद को उपेक्षित ना महसूस करें इसके लिए बिहार के गया जिले के एक डॉक्टर ने अनोखी पहल (Free treatment of daughter in Gaya) शुरू की है.

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मुफ्त में इलाजः बिहार के गया जिले में एक डॉक्टर ने 'बेटी सेवा' ( beti sewa in Gaya) शुरू की है. बतौर इसका पोस्टर भी शहर के कई स्थानों पर चिपकाया गया है. ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग अपनी बच्चियों का निशुल्क इलाज और दवा का लाभ प्राप्त कर सकें. डॉक्टर कहते हैं, कि बेटियां उपेक्षित न समझी जाए, इसलिए ऐसा निर्णय लिया है. डॉ जीपी गुप्ता पिछले तीन दशकों से चिकित्सा के क्षेत्र में हैं. वह शुरू से जटिल से लेकर आम बीमारियों का इलाज करते हैं. डॉ जीपी गुप्ता के मुताबिक उन्होंने शहर में कई स्थानों पर बेटी सेवा का पोस्टर चिपकाया है. पोस्टर में 5 साल तक की बच्ची का मुफ्त में इलाज और दवा देने की बात लिखी गई है.

बेटियों को उपेक्षित समझा जाताः डॉ जीपी गुप्ता कहते हैं कि बेटियों को उपेक्षित समझा जाता है, इसे लेकर उन्होंने निर्णय लिया है कि बच्चियों का इलाज मुफ्त में करेंगे. 5 साल तक की बच्ची का कोई फीस या दवा का पैसा नहीं लिया जाएगा. वहीं कोई लड़की अगर ज्यादा उम्र की भी है और गरीब तबके की है, तो उसका भी निःशुल्क इलाज किया जाएगा. पिछले 2-3 सालों से वे ऐसा कर रहे हैं. आंख, कान, नाक समेत बच्चों की बीमारियां, जटिल और गंभीर बीमारियों का बेहतर इलाज करते हैं. डॉक्टर जीपी गुप्ता को ज्योतिष में भी पारंगत है. उन्होंने काफी पहले ही भारतीय ज्योतिष विद्यापीठ ज्योतिष पारंगत मुंबई से इसका कोर्स भी किया है.

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आम लोगों का भी 10 रुपये में इलाजः डॉ जीपी गुप्ता आम लोगों से भी सिर्फ 10 रुपये फीस लेते हैं. इसके अलावा वे निशुल्क कैंप समय-समय पर लगाते हैं और लोगों का मुफ्त में इलाज करते हैं. मुफ्त में दवा भी देते हैं. डॉ जीपी गुप्ता गया शहर के नया गोदाम लाला बाबू रोड मोहल्ले में अपने क्लीनिक संचालित करते हैं. वे काफी तजुर्बेकार डॉक्टर हैं. डॉ गुप्ता होम्योपैथिक और आयुर्वेदिक तरीके से मरीजों का इलाज करते हैं.

'बेटियों को उपेक्षित समझा जाता है, इसे लेकर निर्णय लिया कि बच्चियों का इलाज मुफ्त में करेंगे. 5 साल तक की बच्ची का कोई फीस या दवा का पैसा नहीं लिया जाएगा. कोई लड़की अगर ज्यादा उम्र की भी है और गरीब तबके की है, तो उसका भी निःशुल्क इलाज किया जाएगा'- डॉक्टर जीपी गुप्ता

गयाः भारतीय हिन्दू धर्म शास्त्र के अनुसार स्त्रियों को देवी एवं सृष्टि निर्माता कहा गया है, लेकिन यहीं पर अनेकों कुप्रथा एवं संस्कारों की जंजीरों में उनके पैरों को बांध दिया गया है. आज भी कई लोग ऐसे हैं जिनके घरों में बेटी होने पर खुशी नहीं मनायी जाती है. वे इन्हें उपेक्षा की भाव से देखते हैं. ये बच्चियां खुद को उपेक्षित ना महसूस करें इसके लिए बिहार के गया जिले के एक डॉक्टर ने अनोखी पहल (Free treatment of daughter in Gaya) शुरू की है.

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मुफ्त में इलाजः बिहार के गया जिले में एक डॉक्टर ने 'बेटी सेवा' ( beti sewa in Gaya) शुरू की है. बतौर इसका पोस्टर भी शहर के कई स्थानों पर चिपकाया गया है. ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग अपनी बच्चियों का निशुल्क इलाज और दवा का लाभ प्राप्त कर सकें. डॉक्टर कहते हैं, कि बेटियां उपेक्षित न समझी जाए, इसलिए ऐसा निर्णय लिया है. डॉ जीपी गुप्ता पिछले तीन दशकों से चिकित्सा के क्षेत्र में हैं. वह शुरू से जटिल से लेकर आम बीमारियों का इलाज करते हैं. डॉ जीपी गुप्ता के मुताबिक उन्होंने शहर में कई स्थानों पर बेटी सेवा का पोस्टर चिपकाया है. पोस्टर में 5 साल तक की बच्ची का मुफ्त में इलाज और दवा देने की बात लिखी गई है.

बेटियों को उपेक्षित समझा जाताः डॉ जीपी गुप्ता कहते हैं कि बेटियों को उपेक्षित समझा जाता है, इसे लेकर उन्होंने निर्णय लिया है कि बच्चियों का इलाज मुफ्त में करेंगे. 5 साल तक की बच्ची का कोई फीस या दवा का पैसा नहीं लिया जाएगा. वहीं कोई लड़की अगर ज्यादा उम्र की भी है और गरीब तबके की है, तो उसका भी निःशुल्क इलाज किया जाएगा. पिछले 2-3 सालों से वे ऐसा कर रहे हैं. आंख, कान, नाक समेत बच्चों की बीमारियां, जटिल और गंभीर बीमारियों का बेहतर इलाज करते हैं. डॉक्टर जीपी गुप्ता को ज्योतिष में भी पारंगत है. उन्होंने काफी पहले ही भारतीय ज्योतिष विद्यापीठ ज्योतिष पारंगत मुंबई से इसका कोर्स भी किया है.

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आम लोगों का भी 10 रुपये में इलाजः डॉ जीपी गुप्ता आम लोगों से भी सिर्फ 10 रुपये फीस लेते हैं. इसके अलावा वे निशुल्क कैंप समय-समय पर लगाते हैं और लोगों का मुफ्त में इलाज करते हैं. मुफ्त में दवा भी देते हैं. डॉ जीपी गुप्ता गया शहर के नया गोदाम लाला बाबू रोड मोहल्ले में अपने क्लीनिक संचालित करते हैं. वे काफी तजुर्बेकार डॉक्टर हैं. डॉ गुप्ता होम्योपैथिक और आयुर्वेदिक तरीके से मरीजों का इलाज करते हैं.

'बेटियों को उपेक्षित समझा जाता है, इसे लेकर निर्णय लिया कि बच्चियों का इलाज मुफ्त में करेंगे. 5 साल तक की बच्ची का कोई फीस या दवा का पैसा नहीं लिया जाएगा. कोई लड़की अगर ज्यादा उम्र की भी है और गरीब तबके की है, तो उसका भी निःशुल्क इलाज किया जाएगा'- डॉक्टर जीपी गुप्ता

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