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गया में गुरु नानक देव की 550वीं जयंती धूमधाम से मनाई गई, निकाली गई भव्य शोभायात्रा

कीर्तन में सिख धर्म के सैकड़ों लोग शामिल हुए. कीर्तन के बाद गुरुद्वारा में प्रवचन, शबद-कीर्तन और अरदास सहित कई कार्यक्रमों का आयोजन किया गया. वहीं, शबद-कीर्तन से पूरे शहर का माहौल भक्तिमय हो गया.

सिख समुदाय ने मनाया प्रकाश पर्व
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Published : Nov 11, 2019, 11:12 PM IST

गया: जिले में सोमवार को सिख समुदाय के लोगों की ओर से गुरु नानक देव की 550वीं जयंती को प्रकाश पर्व के रूप मनाया. जयंती को लेकर सभी गुरुद्वारों में तीन दिनों से अखंड पाठ चल रहा है. साथ ही आज शहर के प्रमुख गुरुद्वारे से कीर्तन भी निकाला गया. बता दें कि कीर्तन शहर के बाटा मोड़, स्वराजपुरी रोड, रायकाशी नाथ मोड़, केदारनाथ मार्केट, और जी.बी. रोड होते हुए वापस गुरुद्वारा पहुंची.

गया
गुरुद्वारे से निकाली गई भव्य शोभायात्रा

शबद-कीर्तन से पूरा शहर हुआ भक्तिमय
कीर्तन में सिख धर्म के सैकड़ों लोग शामिल हुए. कीर्तन के बाद गुरुद्वारा में प्रवचन, शबद-कीर्तन और अरदास सहित कई कार्यक्रमों का आयोजन किया गया. वहीं, शबद-कीर्तन से पूरे शहर का माहौल भक्तिमय हो गया. भजन-कीर्तन की समाप्ति के बाद महिला श्रद्धालुओं ने गुरु नानक देव की भक्तिभाव से महाआरती की. बता दें कि साईं गुरुद्वारा में प्रवचन के बाद गुरु नानक देव जी के जीवन पर प्रकाश भी डाला गया.

गुरु नानक देव जी के 550वीं जयंती पर सिख समुदाय ने मनाया प्रकाश पर्व

कार्यक्रम में लंगर का आयोजन
मौके पर खालसा यूथ परिवार के सदस्य अंकुश बग्गा ने बताया कि सिख धर्म में सेवा को अत्यधिक महत्व दिया जाता है. गुरू नानक देव ने सेवा को ही सच्चा धर्म बताया है. उन्होंने महिलाओं को सम्मान और बराबरी का दर्जा देने की बात भी कही है. साथ ही उन्होंने बताया कि गुरू नानक जी अपने व्यक्तित्व में दार्शनिक, योगी, गृहस्थ, धर्म सुधारक, समाज सुधारक, कवि, और देशभक्त सभी के गुण समेटे हुए थे. वहीं, भजन-कीर्तन के बाद सभी लोग लंगर में शामिल हुए. साथ ही जुलूस के दौरान करतब दिखाने वाले कलाकार भी बाहर से बुलाए गए थे.

गया: जिले में सोमवार को सिख समुदाय के लोगों की ओर से गुरु नानक देव की 550वीं जयंती को प्रकाश पर्व के रूप मनाया. जयंती को लेकर सभी गुरुद्वारों में तीन दिनों से अखंड पाठ चल रहा है. साथ ही आज शहर के प्रमुख गुरुद्वारे से कीर्तन भी निकाला गया. बता दें कि कीर्तन शहर के बाटा मोड़, स्वराजपुरी रोड, रायकाशी नाथ मोड़, केदारनाथ मार्केट, और जी.बी. रोड होते हुए वापस गुरुद्वारा पहुंची.

गया
गुरुद्वारे से निकाली गई भव्य शोभायात्रा

शबद-कीर्तन से पूरा शहर हुआ भक्तिमय
कीर्तन में सिख धर्म के सैकड़ों लोग शामिल हुए. कीर्तन के बाद गुरुद्वारा में प्रवचन, शबद-कीर्तन और अरदास सहित कई कार्यक्रमों का आयोजन किया गया. वहीं, शबद-कीर्तन से पूरे शहर का माहौल भक्तिमय हो गया. भजन-कीर्तन की समाप्ति के बाद महिला श्रद्धालुओं ने गुरु नानक देव की भक्तिभाव से महाआरती की. बता दें कि साईं गुरुद्वारा में प्रवचन के बाद गुरु नानक देव जी के जीवन पर प्रकाश भी डाला गया.

गुरु नानक देव जी के 550वीं जयंती पर सिख समुदाय ने मनाया प्रकाश पर्व

कार्यक्रम में लंगर का आयोजन
मौके पर खालसा यूथ परिवार के सदस्य अंकुश बग्गा ने बताया कि सिख धर्म में सेवा को अत्यधिक महत्व दिया जाता है. गुरू नानक देव ने सेवा को ही सच्चा धर्म बताया है. उन्होंने महिलाओं को सम्मान और बराबरी का दर्जा देने की बात भी कही है. साथ ही उन्होंने बताया कि गुरू नानक जी अपने व्यक्तित्व में दार्शनिक, योगी, गृहस्थ, धर्म सुधारक, समाज सुधारक, कवि, और देशभक्त सभी के गुण समेटे हुए थे. वहीं, भजन-कीर्तन के बाद सभी लोग लंगर में शामिल हुए. साथ ही जुलूस के दौरान करतब दिखाने वाले कलाकार भी बाहर से बुलाए गए थे.

Intro:गुरु नानक देव जी के पास 550वें जयंती के मौके पर सिख समुदाय ने मनाया प्रकाश पर्व,
शहर के गुरुद्वारा से निकाली गई भव्य शोभायात्रा,
गाजे-बाजे के साथ शोभायात्रा में सिक्ख सहित अन्य धर्मों के भी लोग हुए शामिल।
Body:गया: जिले भर में सोमवार को सिक्ख समुदाय के लोगों के द्वारा गुरु नानक देव की 550वां जयंती को प्रकाश पर्व के रूप मनाया जा रहा है। गुरुद्वारों में तीन दिनों से अखंड पाठ हो रहा है। जयंती के अवसर पर आज शहर के आज गुरुद्वारा से कीर्तन निकाला गया। जो शहर के बाटा मोड़, स्वराजपुरी रोड, रायकाशी नाथ मोड़, केदारनाथ मार्केट, जी.बी. रोड होते हुए वापस गुरुद्वारा पहुँची। इस मौके पर सिख धर्म के सैकड़ो लोग शामिल हुए है। इसके बाद गुरुद्वारा में प्रवचन, शबद-कीर्तन व अरदास सहित कई कार्यक्रम का आयोजन किया गया।। शबद-कीर्तन से पूरे शहर का माहौल भक्तिमय हो गया। भजन-कीर्तन की समाप्ति के बाद महिला श्रद्धालुओं ने गुरु नानक देव की भक्तिभाव से महाआरती की। साई गुरुद्वारा में आयोजित प्रवचन के गुरु नानक देव के जीवन पर प्रकाश डाला गया।
इस मौके पर खालसा यूथ परिवार के सदस्य अंकुश बग्गा ने कहा कि सिख धर्म में सेवा को अत्यधिक महत्व दिया जाता है। गुरू नानक देव ने सेवा को ही सच्चा धर्म बताया है। उन्होंने एकता का संदेश दिया था। लोभ, मोह में पड़कर सच्चाई के रास्ते से नही भटकना चाहिए। गुरूनानक देव ने महिलाओं के सम्मान व उन्हें बराबरी का दर्जा देने की बात भी कही। गुरु नानक अपने व्यक्तित्व में दार्शनिक, योगी, गृहस्थ, धर्मसुधारक, समाज सुधारक, कवि, देशभक्त सभी के गुण समेटे हुए थे। भजन-कीर्तन के बाद सभी लोग लंगर में शामिल हुए। उन्होंने कहा कि सिक्ख समुदाय की महिलाएं आज के जुलूस में शामिल हुई है। जो विभिन्न सड़क मार्गो से होते हुए वापस गुरुद्वारा पहुंचेगी। साथ ही बाहर से रागी जत्था को भी बुलाया गया है। इसके अलावा जुलूस के दौरान करतब दिखाने वाले कलाकार भी बाहर से आए हैं।

बाइट- अंकुश बग्गा, सदस्य खालसा यूथ परिवार।

रिपोर्ट- प्रदीप कुमार सिंह
गया
Conclusion:
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