गया: कोरोना वायरस के बचाव को लेकर देश मे लागू लॉकडाउन के कारण विदेशों में फंसे छात्रों को लेकर चौथा जत्था गया एयरपोर्ट पहुंचा. चौथे जत्थे में 127 छात्र किर्गिस्तान से आए हैं. जिसमें 105 छात्र बिहार के और बाकी 22 छात्र धनबाद के रहने वाले हैं. इन सभी छात्रों को वंदे भारत मिशन के तहत स्वदेश लाया गया है. इस मिशन के तहत अब तक 447 प्रवासी भारतीय को भारत लाया गया है.
देश ही नहीं बल्कि विदेशों में कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए लॉकडाउन लागू है. जो जहां है, वहीं फंसा है. केंद्र सरकार ने देश में फंसे लोगों के लिए श्रमिक स्पेशल ट्रेन और राजधानी स्पेशल ट्रेन चलाई है. वहीं, विदेशों में फंसे प्रवासियों की वापसी लिए वंदे भारत मिशन के तहत लोगों को स्वदेश लाया जा रहा है.
गया एयरपोर्ट बना लैडिंग पॉइंट
बिहार के प्रवासी के आगमन के लिए गया एयरपोर्ट को लैडिंग पॉइंट बनाया गया है. गया एयरपोर्ट पर पहली फ्लाइट 18 मई को यूके से आई थी. मंगलवार को छात्रों को लेकर किर्गिस्तान से एयर इंडिया की फ्लाइट गया एयरपोर्ट पर पहुंची. किर्गिस्तान से भाया दिल्ली होते हुए तीन घण्टे की देरी से शाम 6 बजे विमान पहुंचा है.
इस संबंध में एयरपोर्ट निदेशक दिलीप कुमार ने बताया कि किर्गिस्तान से फ्लाइट वंदे भारत मिशन के तहत आई है, इसमें 127 यात्री सवार थे. उन्होंने बताया कि 105 यात्री बिहार और 22 झारखंड के थे. सभी मेडिकल छात्र हैं. दिलीप कुमार ने कहा कि सभी यात्रियों की हेल्थ स्क्रीनिंग की गई. सभी को वंदे भारत किट भी दिया गया. उन्होंने कहा कि बिहार के यात्रियों को बोधगया में पेड क्वॉरेंटाइन सेंटर में रखा गया है. सभी यात्रियों का स्वागत प्रमंडल आयुक्त असंगबा चुंबा आओ ने किया.
इन देशों से भारत आए छात्र
बता दें कि अप्रवासी भारतीयों के लिए गया के बोधगया में तीन स्तरीय पेड क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाया गया है. जिसमें होटल, मोनोस्ट्ररी और गेस्ट हाउस शामिल है. अब तक वंदे भारत मिशन के तहत 447 प्रवासी भारतीय गया पहुंचे हैं. जिसमें यूके से 41,ओमान से 132, कतर से 146 और किर्गिस्तान से 127 यात्री शामिल हैं.