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जल्द बनकर तैयार होगी भगवान बुद्ध की 100 फीट लंबी शयन मुद्रा वाली प्रतिमा, कोरोना के कारण रुका है काम

गया में जल्द ही पर्यटकों के लिए भगवान बुद्ध की एक और प्रतिमा आकर्षण का केन्द्र बनेगी. यहां 100 फुट लंबी भगवान बुद्ध की शयन मुद्रा वाली प्रमिता को बनाने का काम जारी है.

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भगवान बुद्ध की 100 फीट लंबी शयन मुद्रा वाली प्रतिमा
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Published : Apr 16, 2021, 2:12 AM IST

Updated : Jun 29, 2022, 11:01 AM IST

गया: बिहार की धर्म नगरी माने जाने वाले गया में जल्द ही भगवान बुद्ध की एक शानदार सी प्रतिमा बनकर तैयार होगी. यहां आनेवाले दर्शकों के लिए भगवान बुद्ध की ये नई प्रतिमा आकर्षण का बड़ा केन्द्र होगी क्यों कि ये मूर्ति शयन अवस्था में होगी. भगवान बुद्ध की लेटी हुई ये मूर्ति 100 फीट चौड़ी होगी. जिसका अपना एक स्थान विश्व की बड़ी मूर्तियों में होगा. कोलकाता के कलाकारों के द्वारा इन मूर्ति का निर्माण किया जा रहा है.

इसे भी पढ़ें: भगवान बुद्ध की मूर्ति का किया गया अनावरण, विचारों को अपनाने की अपील

100 फीट लंगी और शयन मुद्रा में होगी भगवान की प्रतिमा
दरअसल ज्ञान की भूमि बोधगया में देश-विदेश के लाखों पर्यटक आते है. इन पर्यटकों को सबसे ज्यादा आकर्षित बोधगया में स्थित 80 फिट की भवान बुद्ध की मूर्ति करती है. लेकिन जल्द ही कुछ महीनों के बाद पर्यटकों के लिए यहां भगवान बुद्ध की विश्व की सबसे लंबी लेटी हुई मूर्ति आकर्षण का केन्द्र होगी. बिहार के गया जिले के बोधगया प्रखंड कार्यालय के पीछे जानी बिगहा में भगवान बुद्ध की 100 फिट लंबी शयन मुद्रा में मूर्ति बनाई जा रही है. भगवान बुद्ध की शयन मुद्रा वाली लंबी प्रतिमा को 50 टुकड़ों में तैयार किया जा रहा है, ताकि इसके एक-एक हिस्से को बेहद बारीकी से तैयार किया जा सके. ये मूर्ति पूरी तरह से फाइवर की बनी होगी.

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भगवान बुद्ध की 100 फीट लंबी शयन मुद्रा वाली प्रतिमा

कैसी दिखेगी भगवान बुद्ध की मूर्ति
विश्व की सबसे लंबी लेटी हुई मूर्ति मानी जा रही इस प्रतिमा का निर्माण 2019 से कोलकाता में स्थित बुद्ध इंटरनेशनल वेलफेयर मिशन के द्वारा करवाया जा रहा है. इस मूर्ति का विधिवत उद्घाटन मई माह में करना था, लेकिन कोरोना काल के वजह से मूर्ति अभी अर्धनिर्मित है. इस मूर्ति को कोलकाता के मूर्तिकार मिंटू पॉल और उनके 22 सहयोगी मिलकर तैयार कर रहे है.

देखें वीडियो

बता दें कि बोधगया में 80 फीट की भगवान बुद्ध की मूर्ति ध्यान मुद्रा में पहले से स्थापित है. वहीं यह मूर्ति शयन मुद्रा में रहेगी. इस मूर्ति में भगवान बुद्ध का दाहिना हाथ उनके सिर टिका रहेगा, सिर उत्तर दिशा में रहेगा. मूर्ति की दोनों आंखें बंद रहेंगी और चेहरे पर शांत भाव और दोनों होंठ एक दूसरे से सटे हुए होंगे. जिसके कारण मूर्ति पर मुस्कान की छलक दिखेगी. मूर्ति में कान लंबे एवं बाल घुंघराले है, बाया हाथ शरीर पर टिका हुआ होगा.

गया: बिहार की धर्म नगरी माने जाने वाले गया में जल्द ही भगवान बुद्ध की एक शानदार सी प्रतिमा बनकर तैयार होगी. यहां आनेवाले दर्शकों के लिए भगवान बुद्ध की ये नई प्रतिमा आकर्षण का बड़ा केन्द्र होगी क्यों कि ये मूर्ति शयन अवस्था में होगी. भगवान बुद्ध की लेटी हुई ये मूर्ति 100 फीट चौड़ी होगी. जिसका अपना एक स्थान विश्व की बड़ी मूर्तियों में होगा. कोलकाता के कलाकारों के द्वारा इन मूर्ति का निर्माण किया जा रहा है.

इसे भी पढ़ें: भगवान बुद्ध की मूर्ति का किया गया अनावरण, विचारों को अपनाने की अपील

100 फीट लंगी और शयन मुद्रा में होगी भगवान की प्रतिमा
दरअसल ज्ञान की भूमि बोधगया में देश-विदेश के लाखों पर्यटक आते है. इन पर्यटकों को सबसे ज्यादा आकर्षित बोधगया में स्थित 80 फिट की भवान बुद्ध की मूर्ति करती है. लेकिन जल्द ही कुछ महीनों के बाद पर्यटकों के लिए यहां भगवान बुद्ध की विश्व की सबसे लंबी लेटी हुई मूर्ति आकर्षण का केन्द्र होगी. बिहार के गया जिले के बोधगया प्रखंड कार्यालय के पीछे जानी बिगहा में भगवान बुद्ध की 100 फिट लंबी शयन मुद्रा में मूर्ति बनाई जा रही है. भगवान बुद्ध की शयन मुद्रा वाली लंबी प्रतिमा को 50 टुकड़ों में तैयार किया जा रहा है, ताकि इसके एक-एक हिस्से को बेहद बारीकी से तैयार किया जा सके. ये मूर्ति पूरी तरह से फाइवर की बनी होगी.

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भगवान बुद्ध की 100 फीट लंबी शयन मुद्रा वाली प्रतिमा

कैसी दिखेगी भगवान बुद्ध की मूर्ति
विश्व की सबसे लंबी लेटी हुई मूर्ति मानी जा रही इस प्रतिमा का निर्माण 2019 से कोलकाता में स्थित बुद्ध इंटरनेशनल वेलफेयर मिशन के द्वारा करवाया जा रहा है. इस मूर्ति का विधिवत उद्घाटन मई माह में करना था, लेकिन कोरोना काल के वजह से मूर्ति अभी अर्धनिर्मित है. इस मूर्ति को कोलकाता के मूर्तिकार मिंटू पॉल और उनके 22 सहयोगी मिलकर तैयार कर रहे है.

देखें वीडियो

बता दें कि बोधगया में 80 फीट की भगवान बुद्ध की मूर्ति ध्यान मुद्रा में पहले से स्थापित है. वहीं यह मूर्ति शयन मुद्रा में रहेगी. इस मूर्ति में भगवान बुद्ध का दाहिना हाथ उनके सिर टिका रहेगा, सिर उत्तर दिशा में रहेगा. मूर्ति की दोनों आंखें बंद रहेंगी और चेहरे पर शांत भाव और दोनों होंठ एक दूसरे से सटे हुए होंगे. जिसके कारण मूर्ति पर मुस्कान की छलक दिखेगी. मूर्ति में कान लंबे एवं बाल घुंघराले है, बाया हाथ शरीर पर टिका हुआ होगा.

Last Updated : Jun 29, 2022, 11:01 AM IST
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