मोतिहारी: कोरोना संक्रमण को लेकर लोग पहले ही दहशत में हैं. वहीं, दूसरी ओर पूर्वी चंपारण में अधिकारियों की लाल फीताशाही चरम पर है. अधिकारियों के मनमानी के कारण सदर प्रखंड के एक गांव के सैकड़ों ग्रामीण पीडीएस से अनाज लेने को तैयार नहीं हैं. उनमें अधिकारियों के खिलाफ खासी नाराजगी देखी जा रही है.
दरअसल, पहले पैक्स के माध्यम से अनाज का उठाव करने वाले ग्रामीणों का नाम तीन किलोमीटर दूर दूसरे गांव के पीडीएस दुकान से टैग कर दिया गया है जबकि गांव में ही तीन अन्य पीडीएस दुकानदार हैं. इस पर ग्रामीणों ने खासी आपत्ति जताई है. मामला मोतिहारी सदर प्रखंड के गोढ़वा पंचायत स्थित वार्ड नंबर 8 का है.
पहले पैक्स से मिलता था अनाज
पंचायत के मुखिया महेंद्र दास ने बताया कि पहले पैक्स के माध्यम से वार्ड नंबर 8 के ग्रामीणों को पीडीएस का अनाज मिलता था. लेकिन, सरकार की ओर से पैक्स से अनाज वितरण का निर्णय वापस लेने के बाद जिला प्रशासन ने ग्रामीणों को 3 किलोमीटर दूर दूसरे गांव के डीलर से टैग कर दिया है. जिस कारण गांव के बुजुर्ग, बच्चे, महिलाएं और दिव्यांगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
ग्रामीण दूसरे गांव से अनाज उठाव को तैयार नहीं
वहीं, ग्रामीणों का कहना है कि कोरोना संक्रमण को लेकर हुए लॉकडाउन के कारण बाहर निकलना मुश्किल है. ऐसे में कोरोना मरीज कहां, किस रूप में मिल जाए कोई ठिकाना नहीं है. इसलिए गोढ़वा पंचायत के वार्ड नंबर 8 के ग्रामीणों ने निर्णय लिया है कि वे वोग अनाज लेने दूसरे गांव में नहीं जायेंगे.
अधिकारी नहीं कर रहे कोई सुनवाई
बता दें कि गोढ़वा गांव में 3 पीडीएस डीलर हैं. ग्रामीणों ने अधिकारियों के सामने कई बार गुहार लगाई है कि उनकी समस्या का समाधान किया जाए. लेकिन, अधिकारी उनकी सुनने को तैयार नहीं है. इधक ग्रामीण भी दूसरे गांव में जाकर अनाज उठाव को राजी नहीं दिख रहे हैं.