मोतिहारी: पूर्वी चंपारण में सरकारी व्यवस्था का हाल सुशासन के दावों की पोल खोलने के लिए काफी है. सड़क हादसे में मृत तीन युवकों के परिजन को आपदा राहत कोष से जिला प्रशासन ने चार लाख का चेक दिया है. आपदा विभाग के चेक को लेकर पीड़ित परिवार बैंक और बंजरिया अंचल कार्यालय का चक्कर लगा रहे हैं. वहीं, जब पीड़ित परिवार अंचल कार्यालय में पहुंचते हैं, तो अंचल अधिकारी सरकारी खाते में पैसा आने के बाद चेक पर मुहर लगाने की बात कहते हैं.
सीओ ऑफिस का लगा रहे चक्कर
पीड़ित दिनेश चौधरी ने बताया कि जिला प्रशासन से मिले चेक लेकर जब वह लोग बैंक में गए तो बैंक मैनेजर ने उनसे कहा कि अंचलाधिकारी से मिलकर चेक पर मुहर लगवाकर लाएं. वहीं, इसके बाद जब वहअंचलाधिकारी से मिलने अंचल कार्यालय आए. तो अंचलाधिकारी ने खाते में पैसा आने के बाद चेक पर मुहर मारने की बात कही. दिनेश चौधरी के अनुसार वह लोग चेक लेकर पिछले कई दिनों से अंचल कार्यालय का चक्कर लगा रहे हैं.
जल्द मिलेगी मुआवजे की राशि
वहीं, इस बात की जानकारी ईटीवी भारत ने जब डीएम शीर्षत कपिल अशोक को दी. डीएम शीर्षत कपिल अशोक ने कहा कि एडीएम आपदा से इस मामले में जानकारी लेकर जल्द हीं मृतक के आश्रितों को मुआवजा राशी दिलाने का प्रयास करेंगे.
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आपदा विभाग ने दिया था 4 लाख का चेक
बता दें कि, बीते 17 जनवरी की शाम में मोतिहारी-बेतिया रोड में खड़वा पुल के पास एनएच-28 बी पर बस की चपेट में आने से तीन लोगों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई. तीनों मृतक बंजरिया प्रखंड स्थित झखिया गांव के रहने वाले सुजीत कुमार, मनीफ सहनी और फिरोज चौधरी थे. घटना के बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने मृतक के आश्रितों के लिए मुआवजे की मांग को लेकर सड़क जाम कर दिया. उसके बाद मृतक के आश्रितों को चार-चार लाख का चेक आपदा विभाग से मिला. जिस चेक को भुनाने के लिए मृतक के परिजन बैंक से लेकर अंचल कार्यालय तक का चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन उनकी बात सुनने को कोई तैयार नहीं है.